आगरा में घूमना होगा अब और भी आसान, सभी स्मारकों पर मिलेगा ई-टिकट
आगरा की मशहूर इमारतों को देखने के लिए दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर जल्द ही ई-टिकट बुक कराने की सुविधा शुरू होगी। ...और पढ़ें
आगरा (जागरण संवाददाता)। आगरा में घूमना अब और भी आसान होगा। सभी स्मारकों पर ई-टिकट लागू कर दिया गया है। फतेहपुर सीकरी, एत्माद्दौला, मेहताब बाग व रामबाग में इसकी शुरुआत कल हो गई। अन्य स्मारकों पर आज से इंतजाम हो जाएगा। कुछ ही दिनों में सैलानी दुनिया के किसी भी कोने से ऑनलाइन टिकट बुक करा सकेंगे।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने 27 दिसंबर, 2014 को ताजमहल पर ई-टिकटिंग व्यवस्था की शुरुआत की थी। ताजमहल पर इसके सफल रहने के बाद अन्य स्मारकों पर भी ई-टिकट की मांग पर्यटन उद्यमी उठा रहे थे। एएसआई ने ताज पर ई-टिकटिंग का सॉफ्टवेयर तैयार करने वाली केनरा बैंक को ही यह जिम्मा सौंपा है। उसने एएसआई के प्रवेश शुल्क के आधार पर सॉफ्टवेयर तैयार कर दिया, लेकिन एडीए द्वारा वसूला जाने वाला पथकर उसमें शामिल नहीं था। इससे ई-टिकट की शुरुआत नहीं हो सकी थी।
एएसआई ने इसके लिए एडीए को कुछ सुझाव दिए थे, लेकिन उसे मंजूरी के लिए शासन को प्रस्ताव भेजना होगा। इसके चलते एएसआई स्मारकों पर अपने प्रवेश शुल्क का ई-टिकट बेचेगा, जबकि एडीए के पथकर के मैनुअल टिकट बेचे जाएंगे। अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. भुवन विक्रम ने बताया कि सभी स्मारकों पर ई-टिकटिंग की व्यवस्था होते ही ऑनलाइन टिकट बुक कराने की सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी।
16 नवंबर से होनी थी शुरुआत:
ताज के अलावा अन्य स्मारकों पर ई-टिकट व्यवस्था की शुरुआत 16 नवंबर से की जानी थी। इसके लिए सभी स्मारकों में कर्मचारियों की तैनाती के साथ लैपटॉप भेज दिए गए थे। केनरा बैंक द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर में कमी होने से इसकी शुरुआत नहीं हो सकी थी।
कहां कितना है पथकर:
ताजमहल में विदेशी पर्यटकों से 500 और भारतीय से 10 रुपये पथकर एडीए वसूलता है। आगरा किला में विदेशी से 50 रुपये व भारतीय से 10 रुपये, फतेहपुर सीकरी में विदेशी व भारतीय से 10 रुपये, सिकंदरा व एत्माद्दौला में विदेशी से 10 रुपये और भारतीय से पांच रुपये पथकर लिया जाता है। विदेशी पर्यटक के पास ताज का टिकट होने पर पथकर लागू नहीं होता। वहीं, मेहताब बाग, रामबाग व मरियम टांब में पथकर लागू नहीं है।

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