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    एस्कार्ट सर्विस के नाम पर ठगी में पूर्व चेयरमैन समेत तीन गिरफ्तार, लड़कियों से दोस्ती का झांसा देकर फंसाते थे

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Tue, 31 Jan 2023 07:09 AM (IST)

    Agra News बीहड़ में बैठकर युवा काल करते हैं। कोई नौकरी की कहता है तो कोई बैंक अधिकारी बन जाता है। आफर टेंडर बीमा पालिसी आदि का लाभ दिलाने की भी बात करते हैं। इसके बाद ठग लेते हैं। बीहड़ होने के कारण पुलिस पकड़ नहीं पाती है।

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    Agra News: गिरफ्तार आरोपित मनोज, दिग्विजय और रामसिंह l स्रोत पुलिस

    आगरा, जागरण संवाददाता। एस्कार्ट सर्विस और स्पा के नाम पर ठगी करने वाले गैंग में पिनाहट का पूर्व चेयरमैन भी शामिल था। सोमवार को हरीपर्वत पुलिस ने पूर्व चेयरमैन समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया। ये सोशल मीडिया पर विज्ञापन देकर लोगों को जाल में फंसाते थे। इसके बाद पंजीकरण के नाम पर खातों में रकम जमा करा लेते थे।

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    पूर्व चेयरमैन भी पकड़ा

    एसीपी हरीपर्वत मयंक तिवारी ने बताया कि आइएसबीटी पुल के पास से तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें पिनाहट के पड़ुआपुरा निवासी दिग्विजय सिंह, गब्बर उर्फ राम सिंह और मुहल्ला नया पुरा निवासी मनोज कुमार हैं। उनके पास से तीन मोबाइल और अल्टो कार मिली है। मनोज कुमार पिनाहट का सपा सरकार में चेयरमैन रह चुका है। उसका साथी गब्बर है। वह उसके साथ ही रहता है।

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    पूछताछ में एस्कार्ट सर्विस और स्पा सेंटर का खुलासा

    पूछताछ में पता चला कि दिग्विजय सिंह, मनोज कुमार और गब्बर उर्फ राम सिंह इंटरनेट मीडिया पर विज्ञापन देते थे। इसमें एस्कार्ट सर्विस, स्पा और लड़कियों से दोस्ती का झांसा दिया जाता था। वे इसमें अपना नंबर लिखते थे। जब लोग काल करते थे तो सर्विस के नाम पर आनलाइन रकम ट्रांसफर करा लेते थे। वह लोकैंटो और कालिंग एप भी चलाते हैं। लोगों को रातभर लड़कियों से बात कराने का झांसा देते थे। वह लड़कियों से भी बात कराते थे, जिससे लोग ठगी का शिकार हो जाते थे। उन्होंने कई लड़कियों को भी नौकरी दी थी।

    गैंग तक पहुंची पुलिस

    इंस्पेक्टर हरीपर्वत अरविंद कुमार ने बताया कि थाना एत्माद्दौला क्षेत्र निवासी युवती ने पुलिस आयुक्त को बताया था कि उसे गांव पड़ुआपुरा निवासी दिग्विजय सिंह परिहार ने नौकरी पर रखा था। ट्रेनिंग के बहाने अशोका होटल, हरीपर्वत में ले गया। इसके बाद दिग्विजय ने दुष्कर्म किया और वीडियो बना ली। विरोध करने पर आरोपित ने वीडियो वायरल करने की धमकी दी।

    17 जनवरी को फोटो और वीडियो डिलीट करने की बात कह कर अपने कमरे पर बोदला बुलाया। जब वह कमरे पर पहुंची तो दुष्कर्म किया। बाद में जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने दुष्कर्म का अभियोग पंजीकृत किया। इसके बाद आरोपित दिग्विजय को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि वो हैलो गैंग भी चलाता है।