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    आगरा में हवा जहरीली: धूलियागंज में AQI 479, स्मार्ट सिटी सेंसर ने खोली पोल

    Updated: Tue, 30 Dec 2025 08:30 AM (IST)

    आगरा में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, खासकर धूलियागंज में जहां AQI 479 दर्ज किया गया। स्मार्ट सिटी के सेंसरों ने कई इलाकों में बहुत खराब ...और पढ़ें

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    आगरा की हवा।

    जागरण संवाददाता, आगरा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का समीर एप सोमवार शाम सात बजे जब शहर में वायु गुणवत्ता की गुलाबी स्थिति दिखा रहा था, उसी समय आगरा स्मार्ट सिटी के सेंसर उसकी कलई खोल रहे थे। शाम सात बजे उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के पांच मॉनिटरिंग स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मध्यम स्थिति में रहा, जबकि स्मार्ट सिटी के पांच सेंसर पर एक्यूआई खतरनाक, सात पर बहुत खराब और पांच पर खराब स्थिति में था। वायु गुणवत्ता सुधार को आवश्यक कदम उठाने के बजाय अफसर सीपीसीबी के एक्यूआई के भरोसे बैठे हुए हैं।

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    हवा में मानक के 14 गुणा अति सूक्ष्म कण, आठ गुणा धूल कण रहे

    शहर में सोमवार को धूलियागंज सर्वाधिक प्रदूषित रहा। यहां एक्यूआइ खतरनाक स्थिति में 479 रहा। यहां हवा में घुले अति सूक्ष्म कण मानक के 14 गुणा से अधिक 845 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और धूल कण मानक के आठ गुणा से अधिक 853 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गए। कलाकृति पर लगे सेंसर पर धूल कण मानक के छह गुणा से अधिक 690 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और बाग फरजाना में धूल कण मानक के छह गुणा से अधिक 614 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहे।

    हवा में अति सूक्ष्म कण व धूल कण बढ़े होने से छाई है धुंध की चादर

    सीपीसीबी द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार 24 घंटे में हवा में घुले अति सूक्ष्म कण 60 और धूल कण 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक नहीं होने चाहिए। पर्यावरण कार्यकर्ता डॉ. संजय कुलश्रेष्ठ कहते हैं कि सारा शहर खांसते-खांसते परेशान है। एसएन मेडिकल कॉलेज के आंकड़े श्वसन रोगी बढ़ने की जानकारी दे रहे हैं। इसके बाद भी अफसर सीपीसीबी की रिपोर्ट के भरोसे बैठे हुए हैं।


    एक किमी के दायरे में जमीन-आसमान का अंतर


    नगर निगम परिसर स्थित संजय प्लेस ऑटोमेटिक मानीटरिंग स्टेशन पर शाम सात बजे एक्यूआई 189 रहा। इसकी एक किमी की परिधि में स्थित बाग फरजाना में यह खतरनाक स्थिति में 433, संजय टाकीज पर खतरनाक स्थिति में 410 और एसबीआई जोनल ऑफिस पर 335 रहा। एक्यूआई में जमीन-आसमान का यह अंतर वायु गुणवत्ता सुधार के प्रयासों पर सवाल उठाता है।

    स्मार्ट सिटी के सेंसर पर स्थिति

    खतरनाक
    धूलियागंज, 479
    कलाकृति, 446
    बाग फरजाना, 433
    छीपीटोला चौराहा, 419
    संजय टाकीज, 410

    बहुत खराब
    सदर भट्टी, 396
    ईदगाह चौराहा, 370
    श्मशान घाट, 368
    राजपुर चुंगी, 361
    एसबीआइ जोनल आफिस, 335
    पुरानी मंडी व चीलघर चौराहा, 325
    मीरा हुसैनी चौराहा, 311

    खराब पांच
    हाथी घाट, 287
    नामनेर चौराहा, 265
    सिकंदरा तिराहा, 263
    अर्जुन नगर तिराहा, 241
    मुतविर मँस्जिद, 214