Solver Gang In Agra: एसएससी परीक्षा में सेंध, वर्दी पहनने से पहले पकड़ा दारोगा, 50 हजार रुपये के लालच में फंसा
Agra News बमरौली कटारा थाना पुलिस ने किया साल्वर गिरोह का पर्दाफाश मथुरा फिरोजाबाद और बलिया के हैं आरोपित। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी जीडी) की परीक्षा में सेंध लगाने आए थे। साल्वर का दारोगा में हो चुका था चयन।

आगरा, जागरण संवाददाता। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी जीडी) की परीक्षा में सेंध लगाने आए दारोगा में चयनित साल्वर समेत तीन आरोपितों को मंगलवार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों में अभ्यर्थी, दारोगा भर्ती की परीक्षा पास कर चयनित हो चुका साल्वर और परीक्षा पास कराने का ठेका दिलाने वाले शामिल हैं। बलिया का रहने वाला साल्वर आशीष परीक्षा केंद्र में सख्ती के चलते सफल नहीं हो सका। आरोपितों से पूछताछ में गिरोह के सरगना समेत तीन लोगों के नाम सामने आए हैं।
मेट्रो प्लांट के पास कार समेत पकड़ा
पुलिस उपायुक्त पूर्वी जोन सोमेंद्र मीणा ने बताया कि आरोपितों काे बमराैली कटारा पुलिस और एसओजी टीम ने मंगलवार को मेट्रो प्लांट के पास कार समेत पकड़ लिया। आरोपितों के नाम आशीष कुमार, सदाकांत और अंकुश हैं। अंकुश बीएससी का छात्र है। उसकी 16 जनवरी को एसएससी जीडी की परीक्षा थी। उसका परीक्षा केंद्र सिकंदरा स्थित आरकेएनजी इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी था। उसका परिचय किसी ने सदाकांत से कराया था। सदाकांत ने दो लाख रुपये में परीक्षा पास कराने का ठेका लिया था। उसका प्रवेश पत्र और आधार कार्ड समेत अन्य प्रपत्र ले लिए। उसकी जगह साल्वर बैठाने की कहा था। परीक्षा केंद्र पर सख्ती अधिक थी। जिसके चलते साल्वर प्रवेश नहीं कर सका।
दारोगा भर्ती परीक्षा में हुआ था पास
पूछताछ में आशीष कुमार ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस की दारोगा भर्ती परीक्षा में पास हो गया है। सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। उसे प्रशिक्षण पर जाना था। सदाकांत ने उसे एसएससी जीडी परीक्षा में साल्वर बनने के लिए 50 हजार रुपये देने की कहा। वह लालच में फंस गया। वह पूर्व में भी कई परीक्षा में साल्वर बन कर बैठ चुका है। वहीं, सदाकांत ने बताया कि वह सेना भर्ती और एसएससी जीडी परीक्षा की परीक्षा में अभ्यर्थियों को पास कराने का लालच देता है। पास कराने का ठेका लेता है।सदाकांत ने पुलिस काे बताया कि उसका भाई पुरुषोत्तम और दोस्त राहुल यादव अभ्यर्थियों से रकम लेते हैं। वह साल्वर को अभ्यर्थी की जगह बैठाते हैं। पुलिस उपायुक्त सोमेंद्र मीणा ने बताया आरोपितों के खिलाफ अभियोग दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है।
टाेंक का ओम प्रकाश है साल्वर गिरोह का सरगना
सदाकांत ने बताया कि राजस्थान के टाेंक जिले का रहने वाला ओम प्रकाश गिरोह का सरगना है। वह बायोमैट्रिक से लेकर प्रपत्रों के सत्यापन कराने का भी ठेका लेता है। गिरोह ने एक वर्ष पूर्व छह अभ्यर्थियों को सेना में भर्ती कराने का 25 लाख रुपये में ठेका लिया था। भर्ती प्रक्रिया में सख्ती के चलते साल्वर को नहीं बैठा सके थे। एसएससी जीडी की परीक्षा में भी वह नाकाम रहे, पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
ये हुए गिरफ्तार
आशीष कुमार निवासी पीपरकलां थाना नाराही बलिया, अंकुश निवासी भीकनपुनर थाना मटसैना फिरोजाबाद और सदाकांत निवासी गांव गिजौली थाना फरह मथुरा।
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ये हैं फरार
ओम प्रकाश निवासी गांव अलीगढ़ तहसील उनयारा जिला टोंक राजस्थान, सदाकांत का भाई पुरुषोत्तम और दोस्त राहुल यादव
ये हुआ बरामद
11 आधार कार्ड, दाे प्रवेश पत्र, तीन मोबाइल, एक कार, 2300 रुपये

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