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    जंक्शन पर जिंदा दबोचा: डेढ़ साल पहले जिस बेटे का किया अंतिम संस्कार, वो था प्रेमिका के संग फरार

    By Nirantar Kumar PandeyEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Tue, 17 Jan 2023 06:38 PM (IST)

    नगर पंचायत क्षेत्र में डेढ़ साल पहले मृत बताए गए एक युवक को पुलिस ने जिंदा बरामद किया। गांव के कुएं से एक युवक की सड़ी लाश मिली थी जिसे स्वजन ने अपने बेटे की बताकर अंतिम संस्कार तक कर दिया था।

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    डेढ़ साल पहले जिस बेटे का किया अंतिम संस्कार; वो था प्रेमिका के संग फरार

    संंवाद सूत्र, कोचस (रोहतास)। नगर पंचायत क्षेत्र से हैरान करने वाला एक मामला सामने आया है। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व भानस ओपी क्षेत्र के मझौली गांव के कुआं से बरामद जिस सड़ी लाश को स्वजन ने अपना पुत्र मानकर दाह संस्कार किया, उसी बेटे को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के दीनदयाल रेलवे जंक्शन से प्रेमिका के साथ बरामद किया है। स्वजन ने शव का अंतिम संस्कार करने के बाद प्रेमिका के परिवार वालों पर हत्या की प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी।

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    कोचस थाना के एसआइ ललन सिंह ने बताया कि कोचस के वार्ड नंबर 13 निवासी बसंत राम का पुत्र रवि रंजन कुमार स्थानीय बाजार की ही एक युवती के साथ फरार हो गया था। इस मामले में युवती के अपहरण की प्राथमिकी स्वजन ने आरोपित व उसके परिवार पर 28 अक्टूबर 2021 को कराई।

    इसके तीन दिन बाद 31 अक्टूबर 2021 को भानस ओपी क्षेत्र के मझौली से एक कुएं से बरामद शव की पहचान आरोपित के पिता बसंत राम ने अपने पुत्र के रूप में करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद लड़की के पिता, चाचा भाई सहित अन्य सात लोगों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी भानस ओपी में दर्ज कराई थी।

    हालांकि, जांच में लगी पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की थी। एसआइ ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि रविरंजन एक युवती के साथ महाराष्ट्र के पुणे में रह रहा है। इसके बाद लोकेशन के आधार पर जब पुलिस युवक एवं युवती की तलाश के लिए पुणे जा रही थी, उसी समय पता चला कि दोनों उत्तर प्रदेश के पंडित दीन दयाल रेलवे स्टेशन पर पहुंचने वाले हैं।

    उन्होंने बताया कि दोनों ट्रेन से उतरकर रेल लाइन के सहारे भागने लगे। स्थानीय जीआरपी के सहयोग से दोनों को धर दबोचा गया। दोनों को पुलिस कोचस थाना लेकर आई और न्यायालय में बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया की गई। फिलहाल इस घटना की चर्चा बाजार में जोरों पर है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस युवक के शव को स्वजन ने अपना बेटा बताकर अंतिम संस्कार करा दिया था, आखिर वह किसका था?