Taj Mahal: ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की कब्रों पर चढ़ाया संदल, हिंदू संगठनों ने किया उर्स का विरोध
Taj Mahal Entry Free At Shahjahan Urs शाहजहां के 370वें उर्स के दूसरे दिन दोपहर दो बजे से ताजमहल फ्री होते ही पर्यटकों की भीड़ उमड़ी। पूर्वी व पश्चिमी गेट पर लंबी लाइन लगी रही। ताजमहल में शाहजहां के उर्स के दूसरे दिन संदल की रस्म हुई। शाहजहां और मुमताज की कब्रों पर चंदन का लेप लगाया गया और दुआ की गई।

जागरण संवाददाता, आगरा। Taj Mahal: शहंशाह शाहजहां के उर्स के दूसरे दिन सोमवार को संदल की रस्म हुई। तहखाने में स्थित शाहजहां व मुमताज की कब्रों पर चंदन का लेप लगाया गया और दुआ की गई। दोपहर दो बजे से स्मारक में निश्शुल्क प्रवेश होने से भीड़ उमड़ी। उधर, अखिल भारत हिन्दू महासभा ने उर्स के विरोध में एएसआई के माल रोड स्थित ऑफिस में प्रदर्शन किया।
शाहजहां के 370वें उर्स के दूसरे दिन संदल की रस्म अदा की गई। संदल रॉयल गेट से शुरू होकर मुख्य मकबरे तक लाया गया। शाजहां और मुमताज़ के मकबरे पर संदल का लेप कर फूलों की चादर पेश की गईं। इसके बाद ज़ायरीनों ने मुख्य मकबरे की ज़ियारत की व्यवस्था सभलने के लिए सीआइएसएफ के साथ उर्स कमेटी के वॉलिंटियर मौजूद रहे।
इस बार 370वां उर्स
इस बार शहंशाह शाहजहां का 370वां उर्स मनाया जा रहा है। तीन दिवसीय उर्स में आकर्षण का केंद्र 1640 मीटर लंबी सतरंगी हिंदुस्तानी चादर रहेगी। जो कल चढ़ेगी। मुख्य आकर्षण तहखाना में स्थित शाहजहां व मुमताज की कब्रें रहेंगी। यह कब्रें वर्ष में केवल एक बार उर्स में ही खोली जाती हैं। उर्स में स्मारक में सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने जवानों की संख्या व ड्यूटी प्वाइंट्स बढ़ाए गए हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने भी व्यवस्थाएं संभालने को अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए हैं।
हर वर्ष इन तारीखों को मनता है उर्स, इस समय होगी एंट्री फ्री
शाहजहां का उर्स ताजमहल में हिजरी कैलेंडर के रजब माह की 25, 26 व 27 तारीख को मनाया जाता है। उर्स के पहले दिन गुस्ल, दूसरे दिन संदल और तीसरे दिन चादरपोशी की रस्म होती है। 26 व 27 जनवरी को दोपहर दो बजे से और 28 जनवरी को सुबह से शाम ढलने तक पर्यटकों को निश्शुल्क प्रवेश मिल रहा है। भारतीयों के साथ ही विदेशी पर्यटकों पर भी टिकट लागू नहीं है। उर्स में ही पर्यटकों को तहखाना में स्थित शाहजहां व मुमताज की कब्रों को देखने का अवसर मिलता है।
ताजमहल पर उर्स का विरोध करते अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी।
ताजमहल पर शाहजहां उर्स का किया विरोध
ताजमहल में शाहजहां के उर्स का अखिल भारत हिंदू महासभा ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षंबके माल रोड स्थित कार्यालय पर विरोध किया। ढोल मंजीरा के साथ शिव चालीसा का पाठ कर विरोध जताया। भगवान शिव के स्वरूप के साथ विरोध किया गया। ये प्रदर्शन जिलाध्यक्ष सौरभ शर्मा, मीना दिवाकर, ब्रजेश भदौरिया के नेतृत्व में किया गया।
कल होगी चादरपोशी, बंटेगा लंगर
तीसरा दिन: उर्स के तीसरे दिन कुरानख्वानी होगाी। फातिहा पढ़ा जाएगा। चादरपोशी होगी और लंगर बंटेगा।
हर वर्ष बढ़ जाती है चादर की लंबाई
खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी की ओर से उर्स में तीसरे दिन सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक सतरंगी हिंदू चादर चढ़ाई जाती है। हनुमान मंदिर से धर्मगुरुओं की मौजूदगी में ढोल के साथ यह चादर ताजमहल तक ले जाई जाती है। इसकी लंबाई हर वर्ष बढ़ जाती है। कमेटी के अध्यक्ष ताहिरउद्दीन ताहिर ने बताया कि इस बार 1640 मीटर लंबी चादर चढ़ाई जाएगी। पिछले वर्ष शाहजहां के 369वें उर्स में 1560 मीटर लंबी चादर चढ़ाई गई थी।
संदल की रस्म में मौजूद रहे ये लोग
संदल की रस्म में मुख्य रूप से अलका सिंह, सीआइएसएफ के कमंडेंट वैभव कुमार दुबे, तरुण शर्मा, सतीश चौधरी, इक़बाल, ताहिर, उर्स कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद इब्राहिम ज़ैदी, एम इक़बाल, ज़ाहिद, नाज़िम, तौसीफ,नवेद, रेहान, आरिफ तैमूरी शाहरुख, अंजू कुमारी, ललिता अरोरा, आशीष गुप्ता, दानिश, वज़दान, मुस्तक़ीम, फरमान अली, इसरार उस्मानी, फहीम,आदि रहे।
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