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    Agra News: डीएम-बीडीओ के बीचगाली गलौज और मारपीट में आया अपडेट, आयुक्त जीएस प्रियदर्शी करेंगे विवाद की जांच

    Updated: Sun, 24 Mar 2024 05:37 PM (IST)

    Agra News ग्राम्य विकास आयुक्त करेंगे डीएम और बीडीओ के विवाद की जांच। पूरे घटना की जांच जेडीसी अलीगढ़ सर्वेश यादव को दी गई। जेडीसी ने बयान दर्ज किए फिर अपनी रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास को भेज दी। अब इस प्रकरण की जांच ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी खुद करेंगे। जेडीसी की रिपोर्ट को तलब किया गया है।

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    Agra News: ग्राम्य विकास आयुक्त करेंगे डीएम और बीडीओ के विवाद की जांच। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, आगरा। डीएम कैंप कार्यालय में नौ फरवरी को बैठक में डीएम भानु चंद्र गोस्वामी और खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) बरौली अहीर अनिरुद्ध सिंह चौहान की जांच ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी करेंगे।

    ग्राम्य विकास आयुक्त आगरा में बयान दर्ज करने के लिए आ सकते हैं या फिर संबंधित अधिकारियों को लखनऊ बुलाया जा सकता है। इस प्रकरण की पहली जांच संयुक्त विकास आयुक्त (जेडीसी) अलीगढ़ सर्वेश यादव ने की थी। जांच में उन्होंने घटनाक्रम से अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास हिमांशु कुमार को अवगत कराया था। पिछले माह ही शासन के आदेश पर बीडीओ को निलंबित किया जा चुका है।

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    नौ फरवरी को हुआ था विवाद

    डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने नौ फरवरी को कैंप कार्यालय में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सीडीओ प्रतिभा सिंह, बीडीओ अकोला, बरौली अहीर, एत्मादपुर और एडीओ पंचायत मौजूद रहे। बैठक में डीएम और बीडीओ के मध्य हाथापाई की नौबत आ गई। एडीओ पंचायत खंदौली पंकज कुमार ने बीडीओ अनिरुद्ध सिंह चौहान के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। 48 घंटे के बाद ही बीडीओ को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया।

    ग्राम्य विकास आयुक्त बीडीओ और डीएम के जल्द ही बयान लेंगे। साथ ही बैठक में जो भी अधिकारी मौजूद रहे हैं। उनसे भी घटनाक्रम के बारे में पूछा जाएगा।

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    डीएम तक पहुंचा विवाद, हो गई सुलह

    नजूल की एक फाइल को लेकर एडीएम प्रोटोकाल प्रशांत तिवारी और नजूल सहायक कैलाश अग्रवाल शुक्रवार को भिड़ गए। दोनों पक्षों ने इसकी शिकायत डीएम भानु चंद्र गोस्वामी से की। डीएम की तरफ से कोई भी कार्रवाई की जाती, उससे पूर्व ही दोनों पक्षों में सुलह हो गई। अधिकारी और कर्मचारी ने गिले शिकवे दूर किए।

    अधूरे कागज मिले

    पुष्पांजलि ग्रुप द्वारा नजूल की एक एनओसी के लिए आवेदन किया गया था। अधिकारियों ने जांच के बाद एनओसी को जारी नहीं किया। इस पर पुष्पांजलि ग्रुप के निदेशक ने इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। दिसंबर 2023 में कोर्ट ने नियमानुसार कार्रवाई के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश की छायाप्रति डीएम कार्यालय में भी पहुंची। इसे संबंधित फाइल में लगाया जाना चाहिए लेकिन यह नहीं लगी। शुक्रवार को एडीएम प्रोटोकाल प्रशांत तिवारी ने फाइल की जांच की तो उसमें अधूरे कागज मिले।

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    नजूल सहायक कैलाश अग्रवाल को डांट लगाई

    नजूल सहायक कैलाश अग्रवाल को डांट लगाई। कैलाश की शिकायत पर कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी आ गए। पदाधिकारियों ने हंगामा किया। इसकी शिकायत डीएम से की गई। कलक्ट्रेट मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज ने बताया कि कर्मचारियों पर कार्य का प्रेशर अधिक है।

    कर्मचारियों ने अधिकारी के समक्ष अपनी बात रखी। एडीएम प्रोटोकाल और कर्मचारी कैलाश में सुलह हो गई। अधिकारी ने कैलाश को माफ कर दिया। उधर, शनिवार को कलक्ट्रेट में अधिकारी और कर्मचारी का विवाद चर्चा का विषय बना रहा। इस विवाद के चलते कर्मचारी लामबंद हो गए। हालांकि विवाद सुलझने के बाद शांत हो गए।