Road Safety: नेशनल हाईवे पर कागज में मार्शल तैनात, विपरीत दिशा से आने वाले नहीं दे रहे ध्यान
Road Safety डायवर्जन पर संरक्षा के मानकों को किया जा रहा है दरकिनार। प्रमुख स्थलों पर भी नहीं लगे हैं साइनेज। इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन के अनुसार अगर किसी रोड पर टोल वसूला जाता है तो उस रोड पर यात्री सुविधाएं भी मिलनी चाहिए।

आगरा, जागरण संवाददाता। नेशनल हाईवे-19 स्थित सिकंदरा सब्जी मंडी। मंडी के पास जाम न लगे, इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड की टीम ने 23 करोड़ रुपये से अंडरपास का निर्माण किया। मंडी के पास तीन से चार मार्शल की तैनाती कागज में है जबकि धरातल में एक भी तैनात नहीं है। इसके चलते कैलाश मोड़ की तरफ से वाहन चालक विपरीत दिशा से आते हैं। इससे सुबह और शाम को जाम लग जाता है।
- नेशनल हाईवे-19 स्थित रामबाग फ्लाईओवर। फ्लाईओवर की एत्माद्दौला की तरफ की अप्रोच रोड पर हर दिन बड़ी संख्या में वाहन चालक चलते हैं। गलत तरीके से आटो रिक्शा खड़े होते हैं। एनएचएआइ आगरा खंड की टीम को मार्शल की तैनाती करनी चाहिए थी। कागज में सब ठीक है। मार्शल भी तैनात हैं, लेकिन मौके पर न तो संरक्षा के इंतजाम हैं और न ही मार्शल तैनात है। इससे हर दिन जाम लगता है।
- रामबाग चौराहा से हाथरस हाईवे पर 500 मीटर के दायरे में चार अवैध कट हैं। इसके चलते हर दिन बड़ी संख्या में वाहन चालक विपरीत दिशा से आते हैं। आए दिन वाहन भिड़ जाते हैं। विवाद होता है और जाम लग जाता है। इन कट से पूर्व किसी तरीके का साइनेज नहीं लगाया गया है। न ही टेढ़ी बगिया तिराहा के पास मार्शल की ड्यूटी लगाई गई है।
नेशनल हाईवे पर कागजों में मार्शल की तैनाती के यह तो तीन ही उदाहरण हैं। जिसके चलते विपरीत दिशा से वाहन चालक आ जाते हैं। आगरा-जयपुर हाईवे हो या फिर ग्वालियर हाईवे। इन सभी पर मार्शल तैनात नहीं हैं। इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन के अनुसार अगर किसी रोड पर टोल वसूला जाता है तो उस रोड पर यात्री सुविधाएं भी मिलनी चाहिए। खासकर संरक्षा के मानकों का विशेष रूप से पालन होना चाहिए। सेवानिवृत्त इंजीनियर बीके चौहान का कहना है कि सिकंदरा सब्जी मंडी से पुराना भगवती ढाबा की सर्विस रोड पर ठीक तरीके से साइनेज नहीं लगे हैं जबकि सर्विस रोड पर विपरीत दिशा में वाहन आते हैं।
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ऐसे में मार्ग दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। कुछ यही स्थिति रुनकता से सिकंदरा तिराहा तक की सर्विस रोड का है। रुनकता फ्लाईओवर और अरतौनी सहित अन्य कट पर किसी तरीके का साइनेज नहीं लगे हैं। सिकंदरा तिराहा से वाटरवर्क्स तक कुछ ही जगहों पर साइनेज लगाए गए हैं जबकि हर मोड़ और बस्ती के ठीक सामने साइनेज लगाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि हाईवे पर विपरीत दिशा से वाहन न आएं, इसके लिए मार्शल की अनिवार्य रूप से तैनाती होनी चाहिए। मार्शल प्रमुख चौराहा या फिर तिराहा पर भी तैनात किए जा सकते हैं।
ब्लैक स्पाट से सफेद पट्टी मिटी
नेशनल हाईवे-19 स्थित गुरु का ताल तिराहा के पास सफेद पट्टी मिट गई है। ब्लैक स्पाट से सफेद पट्टी मिटने के बाद भी एनएचएआइ मथुरा खंड के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसकी शिकायत मंडलायुक्त अमित गुप्ता से की गई है। इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन के अनुसार प्रत्येक लेन को अलग करने के लिए सफेद पट्टी बनाई जाती है। नई रोड बनने के 72 घंटे में यह पट्टी बननी चाहिए। इससे वाहन चालकों को दिक्कत नहीं होती है।
जरूरी हैं हाईवे पर संरक्षा के इंतजाम
मंडलायुक्त अमित गुप्ता का कहना है कि नेशनल हाईवे हो या फिर अन्य कोई भी रोड। सभी रोड पर अनवािर्य रूप से संरक्षा के इंतजाम जरूरी हैं। एनएचएआइ आगरा, मथुरा, ग्वालियर और जयपुर खंड के अधिकारियों को संरक्षा के इंतजाम करने के लिए कहा गया है। इसकी रिपोर्ट भी मांगी गई है।
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