Agra: पैमाइश के मांगी राजस्व निरीक्षक ने 20 हजार की रिश्वत, विभागीय प्रमोशन रुका, नायब तहसीलदार को सौंपी जांच
Agra News राजस्व निरीक्षक सिद्धार्थ का 20 हजार रुपये मांगने का वीडियो प्रसारित हुआ है। दो मिनट का वीडियो दस अप्रैल का बताया गया है। इसकी जांच नायब तहसीलदार को मिली है। वहीं विभागीय जांच के चलते प्रमोशन पर रोक लगा दी है।
संवाद सूत्र, पिनाहट आगरा। जमीन की पैमाइश के लिए राजस्व निरीक्षक सिद्धार्थ राणा ने किसान से 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। रविवार को इंटरनेट मीडिया पर दो मिनट का वीडियो प्रसारित हुआ। डीएम नवनीत सिंह चहल के आदेश पर नायब तहसीलदार गौरव अग्रवाल को जांच दी गई है। वहीं विभागीय जांच के चलते राजस्व निरीक्षक का प्रमोशन रुक गया है।
पैमाइश के लिए दिया था प्रार्थना पत्र
मनसुखपुरा के गांव महागोली निवासी किसान दीपचंद तिवारी ने बताया कि उनकी संक्रमणीय (निजी) भूमि पर दबंगों ने कब्जा कर लिया था। इसकी पैमाइश के लिए एसडीएम बाह को प्रार्थना पत्र दिया गया। आरोप है कि 10 अप्रैल को राजस्व निरीक्षक पिनाहट सिद्धार्थ राणा ने पैमाइश के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। किसान के असमर्थता जताने पर राजस्व निरीक्षक ने 18 हजार रुपये देने पर जोर दिया। किसान के अनुसार उन्होंने चार हजार रुपये दिए तो राजस्व निरीक्षक ने पूरी रकम लाने पर ही पैमाइश की बात कही। इस मामले में किसान ने 18 और 26 अप्रैल को डीएम नवनीत सिंह चहल से शिकायत की।
वीडियो हुआ वायरल तो शुरू हुयी जांच
रविवार को इंटरनेट मीडिया पर दो मिनट का वीडियो प्रसारित हुआ। वीडियो में सफेद शर्ट व नीली जींस पहने राजस्व निरीक्षक सिद्धार्थ राणा कार से उतरते हुए दिख रहे हैं। वह किसान दीपचंद तिवारी से बातचीत कर रहे हैं। साथ में मौजूद दूसरा व्यक्ति इसकी वीडियो बना रहा है। प्रसारित वीडियो में किसान दीपचंद कह रहे हैं कि इतने पैसों का बंदोबस्त नहीं कर पाऊंगा। कुछ कम कर लो, इस पर राजस्व निरीक्षक दो हजार रुपये कम देने की बात कहते नजर आ रहा है। रिश्वत मांगने का वीडियो सामने आने के बाद जांच नायब तहसीलदार गौरव अग्रवाल को सौंपी गई। जांच के चलते राजस्व निरीक्षक सिद्धार्थ राणा का प्रमोशन रुक गया है। पिनाहट में दो वर्ष पूर्व तैनात किया गया था।
होगी कार्रवाई
डीएम नवीनत सिंह चहल ने बताया कि नायब तहसीलदार गौरव अग्रवाल द्वारा पैसे लेने की जांच की जा रही है। जांच के बाद राजस्व निरीक्षक पर कार्रवाई की जाएगी।
रिसीविंग नहीं देते अधिकारी, इसलिए की रजिस्ट्री
किसान दीपचंद के पास कुल 34 बीघा जमीन है। इसमें से चार बीघा जमीन पर दो लोगों ने कब्जा कर लिया है। इसे कब्जामुक्त कराने और ठीयाबंदी (मुड्डी लगवाने) के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था। किसान का कहना है कि अधिकारी प्रार्थना पत्र की रिसीविंग नहीं देते।