देशी कोल्ड ड्रिंक सत्तू के ये 5 फायदे आपको गर्मी से राहत के साथ देंगे सेहत की भी सौगात
Health benefits of Sattu गर्मी के दिनों में सत्तू पीने से लू नहीं लगती है। यह पेट को ठंडा रखता और शरीर के तापमान को भी नियंत्रित रखता है। सत्तू को पीने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती और पाचन तंत्र तंदरुस्त रहता है।

आगरा, जागरण संवाददाता। गर्मियों में राहत देने के लिए नींबू की शिकंजी से लेकर लोग फलों का जूस या फिर कोल्ड ड्रिंक का सहारा लेते हैं। अब क्यों नींबू का स्वाद इसके भाव ने कसेला कर दिया तो फलों के दामाें में भी आग लगी हुइ है। कोल्ड ड्रिंक सेहत के लिए हानिकारक है। एेसे में देशी स्वाद सत्तू सबसे बेहतर विकल्प आपके लिए साबित हो सकता है। स्वाद के साथ गर्मी में राहत और सेहत की सौगात एक सत्तू के प्रयोग से मिलती है। शरबत हो या परांठे या फिर सत्तू के चीले आप किसी भी रूप में सत्तू को अपनी डायट में शामिल कर सकते हैं। विशेष बात है कि सत्तू डायबिटीज के रोगियों के लिए वारदान साबित होता है।
आयुर्वेदाचार्य डॉ कविता गोयल के अनुसार गर्मी के दिनों में सत्तू पीने से लू नहीं लगती है। यह पेट को ठंडा रखता और शरीर के तापमान को भी नियंत्रित रखता है। सत्तू चने से बनता है, जिसे चने का सत्तू कहते हैं। इसे बनाने के लिए चने और जौ को बालू वाली भुनाई में भूना जाता है। फिर इसे भूसी समेत पीसा जाता है। सत्तू का इस्तेमाल शर्बत के रूप में किया जाता है। सत्तू गर्मी के मौसम में प्यास बुझाने में भी मदद करता है। सत्तू प्रोटीन का बढ़िया स्त्रोत है, जो पेट की समस्याओं का निदान करता है। इसे खाने से लिवर मजबूत होता है और एसिडिटी की समस्या दूर होती है।
1- सत्तू पीने से लम्बे समय तक भूख नहीं लगती है, जिससे आप ओवर इटिंग से बचते हैं और आपका वजन कंट्रोल रहता है।
2-जौ और चने से बनाया गया सत्तू डाइबिटीज़ के मरीज़ों के लिए फायदेमंद है। अगर आप डाइबिटीज के मरीज हैं तो रोजाना इस सत्तू का प्रयोग आपके लिए फायदेमंद है। इसे पानी में घोलकर शर्बत के रूप में या फिर नमकीन बनाकर भी यूज किया जा सकता है।
3-शरीर में ऊर्जा की कमी होने पर सत्तू तुरंत ऊर्जा देने का कार्य करता है। यह कमजोरी को दूर कर आपको ऊर्जावान बनाए रखने में कारगर है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व जैसे मिनरल्स, आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस होता है जिससे शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है।
4-सत्तू की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मियों में पेट को ठंडा रखने के लिए सत्तू बेस्ट है। सत्तू पीने से लू लगने का खतरा कम होता है, इससे पेट संबंधी कई बीमारियों का उपचार होता है।
5-अगर आपके शरीर में खून की कमी है तो आप सत्तू पी सकते हैं। एनीमिया से पीड़ित होने पर आप रोजाना पानी में सत्तू डालकर पी सकते हैं।
सत्तू से बनने वाली खास रेसिपी
सत्तू प्याज स्मूदी
1 टेबलस्पून प्याज (बारीक कटी), 1 टेबलस्पून धनिया पत्ती (बारीर कटी), आधा टीस्पून काला नमक (पिसा हुआ), 1 टीस्पून जीरा (भुना और पिसा हुआ), 3 कप ठंडा पानी, आधा नींबू, थोड़ी सी पुदीना पत्तियां (सजाने के लिए)।
ब्लेंडर में सारी सामग्री ब्लेंड करें। तैयार मिश्रण को अच्छी तरह शेक करने के बाद कांच के ग्लास में निकालें। पुदीना पत्तियों और कटे प्याज से सजाएं और सर्व करें।
सत्तू शरबत
100 ग्राम चना सत्तू, 2 नींबू, 2 टेबलस्पून चीनी पाउडर, आधा टीस्पून काला नमक, 1 लीटर पानी
एक कटोरी में सत्तू लें और उसमें थोड़ा पानी डालकर अच्छी तरह चलाएं। अब तैयार घोल में जरा सा और पानी, काला नमक, चीनी पाउडर और नींबू का रस मिलाकर अच्छी तरह चलाएं। फिर चिल्ड पानी मिलाएं और सर्व करें।
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