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    कम नहीं हो रहीं Maha Kumbh में बेटी 'दान' करने वाले परिवार की मुश्किलें, घर पहुंची एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम

    Updated: Tue, 14 Jan 2025 07:53 AM (IST)

    Agra News प्रयागराज कुंभ में बेटी के दान के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम किशोरी के डौकी स्थित घर पहुंची लेकिन वहां ताला लगा मिला। परिवार के अन्य लोगों से भी बात की गई लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। जूना अखाड़े ने किशोरी को अस्वीकार कर दिया था जिसके बाद से परिवार घर नहीं पहुंचा है।

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    Agra News: प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता,आगरा। संगम क्षेत्र में दान की गई किशोरी को जूना अखाड़े द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद परिवार अभी तक घर नहीं पहुंचा है। सोमवार को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम किशोरी के डौकी स्थित घर पहुंची तो वहां ताला लगा मिला। टीम ने गांव में जाकर परिवार के अन्य लोगों से बात की। वे भी किशोरी के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके।

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    बमरौली कटारा के गांव टरकपुर की 13 वर्षीय किशोरी को उसके माता-पिता ने प्रयागराज महाकुंभ में छह जनवरी को जूना अखाड़ा के महंत कौशल गिरि को दान कर दिया था। उसे गंगा स्नान कराने के बाद नामकरण किया गया। 19 जनवरी को उसका पिंडदान कराकर विधिवत संन्यास देने की तैयारी थी।

    अखाड़े से कौशल गिरि को सात वर्ष के लिए किया बाहर

    इससे पहले ही शुक्रवार को जूना अखाड़े की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार किशोरी को उसके माता-पिता को सौंप दिया। साथ ही कौशल गिरि को सात वर्ष के लिए अखाड़े से बाहर कर दिया था। इस मामले में महफूज संस्था के कॉर्डिनेटर नरेश पारस ने बाल कल्याण समिति आगरा से शिकायत की थी। इसके बाद बाल कल्याण समिति की मोनिका सिंह ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाने (एएचटीयू) से जांच कराने के बाद कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था।

    महंत कौशल गिरि।

    फोर्स के साथ पहुंची टीम

    इसके बाद सोमवार को एएचटीयू थाने की टीम डौकी थाने पहुंची। यहां से फोर्स के साथ किशोरी के डौकी स्थित घर पहुंची। वहां ताला लगा मिला। इसके बाद टीम उसके गांव टरकपुर पहुंच गई। यहां किशोरी के दादा और दादी मिले। उनसे किशोरी और उसके माता-पिता के बारे में जानकारी की। दादा-दादी ने कहा कि बेटा कभी-कभी ही घर आता था। उन्हें जानकारी नहीं है। एएचटीयू थाना प्रभारी हेमलता ने बताया कि किशोरी और माता-पिता के बारे में जानकारी की जा रही है। 

    पढ़ने में होशियार है लड़की

    इंटर कॉलेज के प्रबंधक ने बताया था कि लड़की होनहार छात्रा है। उसमें अपनी बातों से वह हर किसी को आकर्षित करने की कला है।

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    दान करने के समय दिया था ये हवाला

    इससे पहले स्वजन का कहना था कि गुरू की सेवा में करीब चार साल से जुड़े हैं। कौशल गिरि ने उनके मोहल्ले में भागवत कथा कराई थी, भंडारा भी हुआ था, उसी समय से मन में भक्ति जागृत हुई। बताया था कि 26 दिसंबर को दोनों बेटियों के साथ महाकुंभ मेला क्षेत्र में आए। गुरू के सान्निध्य में शिविर सेवा में लगे हैं। बड़ी बेटी ने साध्वी बनने की इच्छा जताई थी। उसकी इच्छा पूरी करते हुए कौशल गिरि के माध्यम से सेक्टर 20 में शिविर प्रवेश कराया।