उत्तर और मध्य प्रदेश के लोगों को हुई सहूलियत, बचा 200 किमी का फेरा; दो महीने की देरी के बाद चालू हुआ पैंटून पुल
आगरा के पिनाहट में चंबल नदी पर दो महीने की देरी के बाद पैंटून पुल का संचालन शुरू हो गया है। इससे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लगभग 200 गांवों के लोग ...और पढ़ें

पिनाहट में चंबल नदी पर पांटून पुल तैयार हो गया है।
संसू, जागरण-पिनाहट (आगरा)। काफी शोर शराबा और लोगो के हंगामें के बाद आखिरकार दो माह 9 दिन की देरी के बाद वन विभाग की अनुमति मिलने के बाद देर शाम पैंटून पुल संचालित हो गया। जिससे उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के करीब 200 गांवों के लोगों को राहत मिलेगी। इस पुल के नहीं बनने से लोगों को बीस किलोमीटर की जगह पर 200 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा था।
चंबल नदी पिनाहट घाट पर लोक निर्माण विभाग को आखिरकार पैंटून पुल चालू करना ही पड़ा। पुल निर्माण नहीं होने के कारण व्यापारियों से लेकर आम जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही थी।जिससे लोगो में लोक निर्माण विभाग के प्रति भारी नाराजगी थी। नियमानुसार यहां आठ माह 15 अक्टूबर से 15 जून तक पैंटून पुल से आवागमन कराना चाहिए।
और चार महीने 15 जून से 15 अक्टूबर तक बरसात के दिनों में स्टीमर चलना चाहिए। किन्तु लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के कारण पुल निर्माण में देरी हुई। दो दिन पूर्व वन विभाग ने पुल निर्माण पूर्ण करने का आदेश दिया था। जिसके बाद कर्मचारियों ने पुल बनाने का काम तेज गति से चलाया।
जिसके कारण बुधवार शाम करीब सात बजे पुल को आवागमन के लिए खोल दिया गया है। जिसके बाद रात में भी वाहनों का आवागमन कराया गया है।
दोनों ओर के 200 गांवों को मिलेगा फायदा
इस पुल के संचालित होने से बाह, पिनाहट, फतेहाबाद और मध्यप्रदेश सीमा के अम्बाह, मुरैना, पोरसा समेत समेत दोनों ओर करीब 200 गांवों के लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। क्योंकि इस पुल के नहीं होने पर यहां के लोगों को बीस किलोमीटर की जगह पर धौलपुर, मुरैना होते हुए 200 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ रहा था।

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