ठगी की रकम को शातिर नाइजीरियन हैकर ने लगाया किराए के खातों में ठिकाने Agra News
घोड़ों की दवा के नाम पर ठगे थे 33 लाख रुपये। साइबर सेल की जांच में तीन राज्यों के पांच खाताधारक ट्रेस।
आगरा, जागरण संवाददाता। जेल में बंद नाइजीरियन हैकर बेहद शातिर है। डेढ़ लाख लोगों का डाटा रखने वाले शातिर ने ठगी की रकम को ठिकाने लगाने को किराए पर खाते ले रखे थे। साइबर सेल की जांच में तीन राज्यों के पांच खाताधारक ट्रैस कर लिए हैं। अब पुलिस इन तक पहुंचने के प्रयास कर रही है।
हरीपर्वत क्षेत्र में रहने वाले ए एन त्रिपाठी से नाइजीरियन हैकर्स ने 33 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। साइबर सेल ने जांच के बाद इस मामले में नाइजीरिया मूल के एंड्रयू डेनियल को 15 जुलाई को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। शातिर से पूछताछ में साइबर सेल को चौंकाने वाली जानकारी मिली थीं। साइबर सेल अब उसकी बातों की तस्दीक कर रही है। नाइजीरियन हैकर ने देश के अलग-अलग राज्यों के डेढ़ लाख लोगों का निजी डाटा इकट्ठा कर लिया था। इनको अलग-अलग बहानों से जाल में फंसाकर शातिर उनसे खातों में रकम डलवाता था। ये खाते भी हैकर के नाम से नहीं थे। उसने गिरोह के सदस्यों के माध्यम से ये खाते किराए पर ले रखे थे।
सूत्रों का कहना है कि जिन खातों में नाइजीरियन ने ठगी की रकम ट्रांसफर की उनमें से पांच को साइबर सेल ने ट्रैस किया है। इनमें से तीन राजस्थान के पाली के और एक-एक खाते मुंबई और वेस्ट बंगाल के हैं। पांचों खाताधारकों से शातिरों ने 25 हजार रुपये प्रतिमाह पर खाते किराए पर लिए थे। इनकी पासबुक, एटीएम और चेकबुक शातिरों के ही पास थी। ठगी की रकम खातों में आते ही ये निकाल लेते थे। अब साइबर सेल इस मामले में खाताधारकों तक पहुंचने के प्रयास कर रही है। जल्द ही टीम इन राज्यों में जाकर इनकी गिरफ्तारी भी कर सकती है।
नहीं मिली जमानत
नाइजीरियन हैकर ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में जमानत को प्रार्थना पत्र लगाया था। पैरवी के लिए सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाले अधिवक्ता को बुलाया गया था। मगर, साक्ष्यों को देखकर अदालत ने उसकी जमानत अर्जी खारिज कर दी।
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