एनएच-19 आगरा दिल्ली हाईवे बन रहा किलर रोड, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग; बड़े कॉमर्शियल व्हीकल्स किए जाएं डायवर्ट
रोड सेफ्टी एक्टिविस्ट केसी जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर आगरा के एनएच-19 शहरी खंड से गैर-आगरा गंतव्य वाले भारी व्यावसायिक वाहनों के ...और पढ़ें

हाईवे पर आइएसबीटी के सामने हुए हादसे का फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, आगरा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-19 के आगरा शहरी खंड में घातक सड़क दुर्घटनाओं, ट्रैफिक जाम और बढ़ते वायु प्रदूषण के निदान को रोड सेफ्टी एक्टीविस्ट केसी जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है।
उन्होंने गैर-आगरा गंतव्य (आगरा नहीं आने वाले) भारी व्यावसायिक वाहनों के स्थायी डायवर्जन की मांग की है। उन्होंने उत्तरी बाइपास, यमुना एक्सप्रेसवे व उनसे जुड़े इंटरचेंज उपलब्ध होने का हवाला देकर प्रभावी डायवर्जन लागू किए जाने की मांग की है, जिससे कि भारी वाहन शहर में प्रवेश नहीं करें।
केसी जैन ने इससे पूर्व 24 दिसंबर को मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह का ध्यान एनएच-19 के किलर रोड बनने की स्थिति की ओर आकृष्ट किया था। दुर्घटनाओं का कारण भारी व्यावसायिक वाहनों ट्रक, कंटेनर व ट्रेलर आदि का बिना प्रभावी नियंत्रण के एनएच-19 पर आगरा शहरी खंड से होकर गुजरना है। उनके लिए सुरक्षित और विकसित वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हैं। उन्हें डायवर्ट किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में उन्होंने आइआइटी, कानपुर की वर्ष 2019 की सोर्स अपोर्शनमेंट स्टडी रिपोर्ट का जिक्र किया है। इसमें एनएच-19 बाइपास को शहर में वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत माना गया था।
केसी जैन ने कहा कि यह केवल यातायात प्रबंधन का विषय नहीं है। यह मानव जीवन की रक्षा, जन-स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण का प्रश्न है। आम नागरिक यही चाहता है जो जान बचाने और शहर को देने को अस्थायी के बजाय स्थायी कदम उठाए जाएं।
एनएच-19 पर हुईं दुर्घटनाएं
- 23 दिसंबर को आइएसबीटी फ्लाइओवर पर मेटाडोर की टक्कर से एक मृत्यु
- एक दिसंबर को आइएसबीटी या खंदारी फ्लाइओवर डिवाइडर से टकराने से दो की मृत्यु
- 28 नवंबर को सिकंदरा थाना क्षेत्र में ट्रक से कुचलकर एक महिला की मृत्यु
- पांच अक्टूबर को सिकंदरा-रुनकता फ्लाइओवर के मध्यस कंटेनर ट्रक की टक्कर से चार की मृत्यु
- 18 जून को ट्रांस यमुना फ्लाइओवर से भारी वाहन गिरने से चार की मृत्यु
अस्थायी नहीं, स्थायी हो डायवर्जन
- रैपुरा जाट कट - उत्तरी बाइपास - कुबेरपुर कट
- कुबेरपुर कट - यमुना एक्सप्रेसवे - उत्तरी बाइपास
- खंदौली कट - यमुना एक्सप्रेसवे - उत्तरी बाइपास
यह की हैं प्रमुख मांग
- गैर-आगरा गंतव्य भारी वाहनों का शहर में प्रवेश स्थायी रूप से प्रतिबंधित किया जाए।
- नए साल पर लागू किए गए 15 दिवसीय डायवर्जन को स्थायी नीति का रूप दिया जाए।
- चौमुहां (मथुरा की ओर) और शिकोहाबाद (फिरोजाबाद की ओर) टोल प्लाजा से अनिवार्य सख्त डायवर्जन हो।
- सड़क सुरक्षा, प्रदूषण नियंत्रण और ताज ट्रेपेज़ियम ज़ोन के संरक्षण हेतु समन्वित प्रशासनिक कार्रवाई की जाए।

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