मथुरा में DPRO किरण चौधरी की गिरफ्तारी को लगी थीं विजिलेंस की तीन टीमें, पीड़ित ने 10 दिन पहले की थी शिकायत
मथुरा की जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) किरण चौधरी को मंगलवार को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ विजिलेंस की तीन टीमों को तैनात किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें मेडिकल के लिए ले जाया गया और फिर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। डीपीआरओ ने विकास कार्यों के भुगतान के लिए 70 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।

जागरण संवाददाता, आगरा। मथुरा की जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) किरण चौधरी को मंगलवार को गिरफ्तार करने के लिए विजिलेंस की तीन टीम को लगाया गया था। गिरफ्तारी से लेकर मेडिकल कराने, मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई थी।
यही कारण था कि गिरफ्तारी के बाद कई घंटे तक पूरी स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी थी। भ्रष्टाचार की आरोपित अधिकारी उनके चालक को बुधवार एंटी करप्शन कोर्ट मेरठ में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
डीपीआरओ ने 70 हजार की मांगी थी रिश्वत
फरह ब्लॉक के झुडावई ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के भुगतान को लेकर डीपीआरओ किरण चौधरी ने 70 हजार रुपये घूस मांगी थी। मंगलवार को लखनऊ विजिलेंस टीम ने मथुरा की जिला पंचायत राज अधिकारी किरण चौधरी एवं उनके चालक बिजेंद्र सिंह को 70 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
मामले में पीड़ित प्रताप सिंह राना ने दस दिन पहले लखनऊ विजिलेंस में शिकायत की थी। वहां से गोपनीय जांच के बाद शिकायत सही पाई गई। अधिकारी की गिरफ्तारी के लिए विजिलेंस की तीन टीमें बनाई गईं। रंगे हाथों घूस लेते गिरफ्तार करने के लिए लखनऊ विजिलेंस टीम को लगाया गया था।
टीम ने ड्राइवर और डीपीआरओ को गिरफ्तार किया था
वहां की टीम ने डीपीआरओ किरण चौधरी को चालक समेत गिरफ्तार किया। जिसके बाद आगरा की टीम ने उनका मेडिकल कराकर विजिलेंस थाने में उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। एसपी विजिलेंस आलोक शर्मा ने बताया कि बुधवार को विजिलेंस की तीसरी टीम ने दोनों आरोपितों को एंटी करप्शन कोर्ट में मेरठ में पेश किया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
रिश्चत मांगने वालों की दिए गए नंबर पर करें शिकायत
सरकारी विभागों में रिश्चत मांगने वालों को रंगे हाथों पकड़वाने के लिए विजिलेंस ने हेल्पलाइन नंबर 9454401866 जारी किया है। एसपी विजिलेंस ने बताया पीड़ित उक्त हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत कर सकता है। भ्रष्टाचार के आरोपित की गोपनीय जांच के बाद उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया जाएगा।
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