Leptospirosis: पैर में घाव है तो नंगे पैर न चले, चूहे और कुत्तों के पेशाब से फैल रहा, एक और मरीज संक्रमित
Leptospirosis खेरागढ़ की रहने वाली महिला में लेप्टोस्पाइरोसिस की हुई पुष्टि। चिकित्सकों का कहना पालतू जानवरों के पेशाब और दूषित पानी से फैलता है संक्रमण। अब तक दो मरीजों में संक्रमण मिला है। सतर्कता बरतने की जरूरत है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के एसएन मेडिकल कालेज में एक और मरीज में लेप्टोस्पाइरोसिस की पुष्टि हुई है। जिन लोगों के पैरों में घाव है वे नंगे पैर न चलें। यह बीमारी चूहे और कुत्तों के पेशाब से फैल रही है।
बहुत कम देखने को मिलती है लेप्टोस्पाइरोसिस की बीमारी
एसएन के फिजीशियन डा. प्रभात अग्रवाल ने बताया कि 55 वर्ष की खेरागढ़ निवासी महिला को भर्ती किया गया। कई जांच कराई गई, रिपोर्ट सामान्य आने पर लेप्टोस्पाइरोसिस की जांच कराई गई। रिपोर्ट पाजिटिव आई है, मरीज की तबीयत में सुधार है। इससे पहले दो नवंबर को कलाल खेरिया निवासी 35 वर्ष की महिला में लेप्टोस्पाइरोसिस की पुष्टि हुई थी। यह बीमारी बहुत कम देखने को मिलती है। समय से इलाज कराने से मरीज ठीक हो जाते हैं।
ये भी पढ़ें...
Kasganj News: कक्षा चार की कविता में गजब टैलेंट, महज तीस सेंकेंड में सुना देती हैं 75 जिलों के नाम
ये भी पढ़ें...
लेप्टोस्पाइरोसिस के लक्षण
- पीलिया
- उल्टी आना
- आंखे लाल होना
- पेट दर्द, दस्त
- पेशाब में खून आना
लेप्टोस्पाइरोसिस इन वजहों से है फैलता
एसएन मे माइक्रोबायोलाजी विभाग के अध्यक्ष डा. अंकुर गोयल ने बताया कि लेप्टोस्पाइरोसिस चूहे, कुत्ते, बिल्ली सहित पालतू जानवरों के पेशाब, दूषित पानी से फैलती है। यह बैक्टीरियल डिजीज है। यह बैक्टीरिया आंख, नाक, मुंह के माध्यम से शरीर में पहुंचता है और संक्रमण करता है। पैर में घाव है तो भी संक्रमण फैल सकता है। इस बैक्टीरिया से संक्रमित पालतू पशुओं में कोई लक्षण नहीं आते हैं , लेकिन यह बीमारी फैलाते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।