Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Juhi Babbar: Web Series के साथ शार्ट फिल्म जल्द, आगरा में कहा- फिल्मों की राजनीति देखकर हंसते होंगे राजनीतिज्ञ

    By Nirlosh KumarEdited By: Abhishek Saxena
    Updated: Sat, 10 Dec 2022 12:46 PM (IST)

    Juhi Babbar अभिनेत्री जूही बब्बर ने कहा करीब से देखे बगैर राजनीति को समझना मुश्किल। शुक्रवार को होगा अभिनेत्री द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक सईयारा का ...और पढ़ें

    Hero Image
    Juhi Babbar: जूही बब्बर के नाटक सईयारा का आगरा में मंचन हुआ।

    आगरा, जागरण संवाददाता। फिल्में समाज और समाज फिल्मों का आइना है, लोग ऐसी गोलमाल बातें करते हैं। सत्य यह है कि राजनीति में जिस तरह का माहौल होता है, उसे जब तक जिआ या करीब से देखा नहीं जाए, तब तक समझना मुश्किल है। फिल्मों की राजनीति को देखकर राजनीति करने वाले लोग भी हंसते होंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अभिनेत्री जूही बब्बर ने लिखा है नाटक सईयारा

    अभिनेत्री जूही द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक सईयारा का मंचन शुक्रवार शाम सूरसदन में हुआ। इसी के लिए वह यहां आईं थी। एक प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि सईयारा समाज और समाज के नजरिये को बदलने की सीख देता है, जिससे कि हम भविष्य की पीढ़ी के लिए बेहतर समाज बना सकें। जूही ने बताया कि उन्होंने अभिनय की दुनिया से लंबा ब्रेक लिया था। उनका बेटा ईमान अब 10 वर्ष का हो चुका है। उन्होंने काफी समय घर पर दिया। उनके ऊपर लाक डाउन की कृपा हुई। डेढ़ वर्ष में उन्होंने दो फिल्में, वेब सीरीज व शार्ट फिल्म की। नाटक सईयारा लिखा और उसे निर्देशित किया। जनवरी में उनकी फिल्म रिलीज होगी। ऊपर वाले की कृपा और माता-पिता के आशीर्वाद से यह सब संभव हुआ है।

    आगरा से नाता छूटने का दु:ख

    पिता राज बब्बर के समान आगरा से भविष्य में चुनाव लड़ने के सवाल पर जूही बब्बर ने कहा कि उन्होंने कभी इस पर गौर नहीं किया है। आगरा से हमारा नाता है और यह दिल के बहुत करीब है। आगरा से नाता छूटने का दु:ख है, लेकिन ऊपरी तौर पर ही यह नाता टूटा है। आगरा दिल से कभी दूर नहीं हो सकता है। कभी राजनीति से जुड़ाव होगा तो देखा जाएगा। मुझे नहीं पता कि मेरे लिए वो वक्त आया है या नहीं? मेरा लगाव कला, रंगमंच, निर्देशन व अभिनय से है। पिता के चुनाव लड़ने पर राजनीति से लगाव होता है। परिवार को जब जरूरत होती है तो सभी एकजुट हो जाते हैं। 

    ये भी पढ़ें...

    Saiyaara: जूही बब्बर के नाटक सईयारा ने हर दिल में बनाई जगह, कभी मुस्कुराए, तो कभी हुए भावुक, आगरा में हुआ शो