IMA की आज से हड़ताल, मरीजों को इलाज ना मिलने से बिगड़ जाएंगे हालात
आगरा में आईएमए की हड़ताल के चलते मरीजों को इलाज मिलने में परेशानी हो सकती है। प्रशासन ने एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में इलाज उपलब्ध कराने का आश ...और पढ़ें

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, आगरा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) आगरा के सदस्य डाक्टरों में डा. अनुराग बंसल के खिलाफ दर्ज मुकदमा 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद भी वापस न होने से आक्रोश है। बुधवार को आइएमए, भवन, तोता का ताल पर हुई आम सभा की बैठक में गुरुवार दोपहर तक मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया है।
डाक्टर निजी अस्पतालों और क्लीनिक में गंभीर मरीजों का भी इलाज नहीं करेंगे। पैथोलाजी और डायग्नोस्टिक सेंटर भी बंद रहेंगे। आस पास के जिलों से भी बड़ी संख्या में मरीज निजी चिकित्सकों से इलाज कराने के लिए आते हैं। मरीजों को इलाज ना मिलने से हालात बिगड़ जाएंगे।
29 नवंबर को हाथरस के बिसावर गांव में रहने वाले योगेश राजौरिया ने उजाला सिग्नस रेनबो हास्पिटल के डा. अनुराग बंसल पर पत्नी प्रियंका की अनुमति लिए बिना गर्दन की गांठ को काटने, विरोध करने पर अभद्रता करने के आरोप में थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज कराया था। इससे आइएमए, आगरा के सदस्य डाक्टरों में आक्रोश है।
डा. अनुराग बंसल ने पुलिस अधिकारियों के सामने अपना पक्ष रखा था। हास्पिटल प्रबंधन ने थाना सिकंदरा में मरीज और तीमारदार के खिलाफ तहरीर दी थी। वहीं, आइएमए, आगरा ने सोमवार को बैठक कर डाक्टर के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था।
अल्टीमेटम का समय समाप्त होने के बाद आइएमए, भवन पर सुबह 10 बजे से डाक्टरों की आम सभा हुई। इसमें डाक्टरों ने पुलिस अधिकारियों के कार्यालय का घेराव करने के लिए कहा, वरिष्ठ चिकित्सकों ने गुरुवार दोपहर तक आइएमए, आगरा की मांगों को न माने जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का प्रस्ताव रखा।
आइएमए, आगरा के अध्यक्ष डा. पंकज नगाइच ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक मांग नहीं मानी जात है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डाक्टर चले जाएंगे। निजी अस्पताल, क्लीनिक, लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर बंद रहेंगे। हड़ताल की रूपरेखा तय करने के लिए संघर्ष समिति गठित की गई है। अध्यक्ष निर्वाचित डा. हरेद्र गुप्ता, सचिव डा. रजनीश मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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उधर, एसएन मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल, लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय से ज्यादा मरीज निजी क्लीिनक और अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचते हैं। निजी डाक्टरों के हड़ताल पर जाने से हालत बिगड़ जाएंगे। एसएन इमरजेंसी और वार्ड फुल रहते हैं, ऐसे में निजी अस्पतालों में मरीज भर्ती ना होने से इमरजेंसी में नए मरीज भर्ती करने में समस्या आएगी।
हड़ताल के लिए बनाई गई संघर्ष समिति
डा. मुनीश्वर गुप्ता, डा. जेएन टंडन, डा. सुनील शर्मा, डा. रवि पचौरी, डा. संजय कुलश्रेष्ठ, डा. सीमा सिंह, डा. संजय चतुर्वेदी, डा. देवेंद्र गुप्ता,डा. ओपी यादव, डा.अनू प दीक्षित की संघर्ष समिति बनाई गई है।
सीएमओ ने आइएमए के पदाधिकारियों से वार्ता
आइएमए के हड़ताल पर जाने के ऐलान के बाद सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बुधवार रात में आइएमए के सचिव डा रजनीश मिश्रा से वार्ता की। गुरुवार को दोबारा आइएमए के पदाधिकारियों से वार्ता की जाएगी। जिससे हड़ताल पर जाने से चिकित्सकों को रोका जा सके।
ये हैं मांग
- डा. अनुराग बंसल के विरुद्ध दर्ज मुकदमा तत्काल निरस्त किया जाए।
- सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के लिए थाना सिकंदरा के एसएचओ एवं संबंधित पुलिस अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए।
ये है हाल
- निजी अस्पताल (530)- 12000 से अधिक मरीज रहते हैं भर्ती
- क्लीनिक (710) - 15000 से अधिक मरीज ओपीडी में परामर्श के लिए आते हैं
- लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर (250) -10 हजार से अधिक जांच
- एसएन मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल, लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय - 750 से अधिक मरीज रहते हैं भर्ती, 6500 से अधिक मरीज ओपीडी में आते हैं
आइएमए, आगरा के पदाधिकारियों से हड़ताल पर ना जाने के लिए वार्ता की गई। गुरुवार सुबह भी वार्ता की जाएगी। इसके बाद भी डाक्टर हड़ताल पर जाते हैं तो एसएन मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में मरीजों को इलाज उपलब्ध कराया जाएगा। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त डाक्टरों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
डा. अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

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