Illegal Conversion Case: महाराष्ट्र और हरियाणा से जुड़े मतांतरण गिरोह के तार, भेजी जाएंगी पुलिस टीमें
प्रार्थना सभा की आड़ में चलाए जा रहे मतांतरण गिरोह का नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस को दो महत्वपूर्ण मोबाइल नंबर मिले हैं। इनमें एक हरियाणा के अंबाला का और दूसरा महाराष्ट्र के उल्हासनगर का है। दोनों मोबाइल नंबर महिलाओं के हैं। माना जा रहा है कि दोनों वहां पर मतांतरण का नेटवर्क चला रही हैं।

जागरण संवाददाता, आगरा। प्रार्थना सभा की आड़ में चलाए जा रहे मतांतरण गिरोह का नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस को दो महत्वपूर्ण मोबाइल नंबर मिले हैं। इनमें एक हरियाणा के अंबाला का और दूसरा महाराष्ट्र के उल्हासनगर का है। दोनों मोबाइल नंबर महिलाओं के हैं। माना जा रहा है कि दोनों वहां पर मतांतरण का नेटवर्क चला रही हैं। वहीं सरगना लालवानी और अन्य सदस्यों के मोबाइल को फोरेंसिक लैब जांच के लिए भेजा गया है। जानकारियां जुटाने के बाद पुलिस की टीमें पंजाब और हरियाणा रवाना की जाएंगी। सरगना व उसके साथियों के बैंक खातों की जांच शुरू कर दी गई है।
प्रार्थना सभा की आड़ में चल रहे मतांतरण गिरोह का मंगलवार को पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने सरगना पास्टर राजकुमार लालवानी समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक सरकारी शिक्षक और तीन महिलाएं हैं। चार साल पहले महाराष्ट्र में मतांतरित होकर वापस लौटने के बाद राजकुमार लालवानी ने नेटवर्क खड़ा किया था। घर पर आयोजित होने वाली प्रार्थना सभा में सिंधी, वाल्मीकि व जाटव जाति के लोग आते थे।
बताया गया है कि अब तक वह 50 परिवारों को मतांतरित कर चुका है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आठ आरोपितों के पास से छह मोबाइल फोन बरामद हुए थे, जिनकी काल डिटेल निकलवाकर जांच शुरू की गई। गिरोह के सरगना राजकुमार लालवानी की कई बार बातचीत अंबाला की महिला से हुई है।
माना जा रहा है कि वह हरियाणा और पंजाब में अवैध मतांतरण का नेटवर्क देखती है। वहीं महाराष्ट्र में गिरोह के सरगना राजकुमार लालवानी की बहन द्वारा मतांतरण गिरोह संचालित किए जाने की जानकारी मिली है। लालवानी से पहले बहन मतांतरण कर चुकी थी। डीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि लालवानी के मोबाइल फोन की काल डिटेल के आधार पर 15 संदिग्ध नंबर भी चिह्नित किए गए हैं। ये नंबर महाराष्ट्र, गुजरात और पंजाब के लोगों के हैं। इनके बारे में भी सर्विलांस टीम सुराग लगा रही है।
बेटी के खाते में कई संदिग्ध लेन-देन मिले
राजकुमार की दो बेटियां हैं, जिनमें से एक बेटी विदेश में रहती है, जबकि दूसरी बेटी अपने पति के साथ शहर में रहती है। पूछताछ में पता चला था कि प्रार्थना सभा में शामिल होने वाले लोगों से सहयोग के नाम पर पैसे लिए जाते थे। लालवानी की शहर में रहने वाली बेटी के एकाउंट में पांच से दस हजार रुपये कई बार जमा हुए हैं। ट्रांजेक्शन आइडी के जरिए रुपये भेजने वालों का भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने सभी आरोपितों के पैन कार्ड भी हासिल कर लिए हैं, इनसे उनके बैंक एकाउंट की जानकारी की जा रही है।
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