Agra News: किसान नोट करें ये नंबर, नुकसान की दें जानकारी, बाजरा बचाने के लिए कृषि विशेषज्ञ ने दी सलाह
Agra News तीन दिन तक बरसात के बाद किसानों को कितना हुआ है इसके लिए आकलन कराया जा रहा है। यदि किसानों की फसल प्रभावित है तो टोल फ्री नंबर मिलाकर वे जानकारी दे सकते हैं। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि धूप खिलने पर धूप जरूर लगाएं।

आगरा, जागरण संवाददाता। वर्षा से खेतों में पानी भर गया है और बाजरा की फसल खेतों में बिछी हुई है। किसान 60 फीसद से अधिक का नुकसान बता रहे हैं, लेकिन कृषि विभाग और राजस्व विभाग अभी आकलन कराने की बात कह रहा है। वहीं कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि धूप खिल रही है। अगर कहीं खेतों में पानी भरा रह गया है, तो किसान जल्द उसे निकाल दें। कटी हुई फसल भीगी और बिना भीगी दोनों को धूप जरूर लगाएं, नहीं तो फंगस लग जाएगी।
मौसम ने किसानों के सामने खड़ी की चुनौती
वर्षा के कारण खेतों में खड़ा बाजरा अंकुरित हो गया है और काला भी पड़ने लगा है। कट चुका भी भीग जाने के कारण फंगस लगने और काला पड़ने की आशंका है। कृषि विज्ञान केंद्र बिचपुरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. आरएस चौहान ने बताया कि मौसम ने किसानों के सामने संकट खड़ा कर दिया है।
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मौसम में नमी रहने से अंकुरण हुआ है, लेकिन धूप ठीक से खिली रही बची हुई फसल को राहत होगी। अब पूरी फसल का स्वाद तो प्रभावित हो गया है, जिससे बाजरा आटे में कड़वाहट आ जाएगी।
धूप ही सुखा सकती है बाजरा की बाली
किसान खेतों में पानी निकालने, कटे हुए बाजरा को पलटने का कार्य करें, जिससे नुकसान कम होगा। खेताें में पके खडे़ बाजरा की बाली ने सोख लिया है। ऐसे में तीखी धूप ही इसे सुखा सकती है। किसान कोई जल्दबाजी न करें। किसान कटी हुई फसल को पलटते रहे, जिससे इसमें फंगस नहीं लगेगी। खेतों में वर्षा का पानी भर गया है, उसे अधिक समय तक नहीं रहने दें।
बीमित किसान कराएं नुकसान का आकलन
कृषि विभाग ने पीएम फसल बीमा योजना के तहत बाजरा के बीमित किसानों से आकलन कराने की बात कही है। बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर किसान नुकसान के 72 घंटे के अंदर सूचना देकर आकलन करा सकते हैं।
ये है टोल फ्री नंबर
18008896868
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