Gardening Tips: घर पर मोरपंखी का पौधा लगाने का सबसे आसान तरीका, एक ही खबर में पढ़ें पूरी जानकारी
Gardening Tips मोरपंखी के पौधे को लोग विद्या का पेड़ भी कहा जाता है जिसे अंग्रेजी में थुजा नाम से भी जाना जाता है। हॉर्टिकल्चरिस्ट अनीता यादव के अनुसार के यह एक सदाबहार पौधा है जिसके ऊपर लाल और भूरे रंग की छाल होती है।
आगरा, तनु गुप्ता। मोरपंखी...जैसा नाम से जान पड़ता है कि वो पौधा जो स्वयं केशव को बेहद प्रिय है। इसे पौधे को विद्या का पेड़ भी कहा जाता है। तो वहीं इसका अंग्रेजी में नाम थुजा है। वनस्पति वैज्ञानी मोरपंखी के पौधे को सदाबहार पौधा कहते हैं। इसके उपर लाल और भूरे रंग की छाल होती है। हर्टिकल्चरिस्ट अनीता यादव के अनुसार मोर पंखी का पौधा न सिर्फ देखने में खूबसूरत लगता है बल्कि इसके बहुत से फायदे भी हैं। मोरपंखी का पौधा घरी की सुंदरता को बढ़ाने के साथ साथ घर में सुख शांति का वास भी कराता है। इसकी खूबसूरती घर की बगिया को और घना कर देती है।
कैसे लगाएं घर में मोरपंखी का पौधा
गमला, मिट्टी, पौधे की कटिंग का बीज, खाद, पानी को एक जगह एकत्रित कर लें। इस पौधे की कटिंग या फिर बीज की सहायता से आसानी से लगा सकते हैं। पौधे को लगाने के लिए सबसे पहले मध्यम या बड़ा आकार का गमला लें। गमले को अच्छी तरह धाे लें और फिर धूप में सुखाने के लिए रख दें। ताकि गमले में मौजूद सभी कण आसानी से निकल जाएं। अब मिट्टी तैयार करने के लिए 50 फीसद कोको पीट और 50 फीसद वर्मीकम्पोस्ट या गोबर से बनी खाद लें और दोनों को बराबर मात्रा में अच्छी तरह से मिला लें। गमले में मिट्टी को डाल दें। पॉटिंग को गमले में डालने के बाद बीज या फिर कटिंग को लगा दें। कटिंग लेते समय पौधे की जड़ों का ही चुनाव करें। अब उचित मात्रा में पानी डाल दें। यहां ध्यान रखें कि मोरपंखी पौधे की ग्रोथ में समय काफी लगता है इसलिए सब्र रखें। इसकी नियमित रूप से देखभाल करें। एक बात और मोरपंखी के पौधे में कभी भी उपर की ओर से पानी न डालें। इससे पत्ते सूख सकते हैं। पौधे में पानी जड़ों में डालें।
हार्टिकल्चरिस्ट अनीता यादव