8वीं पास लड़के से हुई थी शादी, ग्रेजुएट पत्नी अंग्रेजी बोलकर मारती थी ताने; फिर हुआ कुछ ऐसा कि बदल गया सबकुछ
Agra News एक ग्रेजुएट पत्नी अपने आठवीं पास पति और ससुराल वालों को उनकी शिक्षा के कारण अपमानित करती थी। इस वजह से दोनों के बीच झगड़ा हो गया और पत्नी मायके चली गई। पुलिस में शिकायत के बाद परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग हुई और दोनों में सुलह हो गई। 2023 में 2884 और इस साल 11 महीने में 4277 वाद परिवार परामर्श केंद्र में आए हैं।

जागरण संवाददाता, आगरा। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली ग्रेजुएट युवती के पिता ने अच्छा व्यवसाय देख आठवीं पास युवक से शादी कर दी। पत्नी के अंदर अपने शिक्षित होने का अहम आ गया। छोटी-छोटी बातों पर पति और ससुरालीजनों को अपमानित करने लगी। दो माह पहले झगड़ा कर मायके चली गईं।
पुलिस से शिकायत कर दी। परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग कर पत्नी को समझाया गया। इसके बाद दोनों में समझौता हो गया।
परिवार परामर्श केंद्र में बीते वर्ष की तुलना में वाद की संख्या दोगुणी हो गई है। इन सबके बीच परिवार परामर्श केंद्र में शनिवार को दंपतियों के विवाद सुलझाने के लिए हो रही मध्यस्थता के दौरान कई झगड़े ऐसे आए कि काउंसलर को समझाने में अधिक समय नहीं लगा।
पति ने पुलिस से की शिकायत
काउसंलर ने बताया कि एक दंपति का विवाह नवंबर, 2023 में हुआ था। पत्नी ग्रेजुएट है और फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है। पति आठवीं पास है और ससुराल में सभी कम पढ़े हैं। युवती के पिता ने अच्छा व्यवसाय और संपन्न परिवार देख विवाह किया था। शादी के बाद पत्नी और पति में झगड़े इतने बढ़ गए कि दो माह पूर्व पत्नी मायके चली गई थी। पुलिस से पति और ससुराल वालों की शिकायत कर दी थी।
काउंसलिंग के दौरान पति ने आरोप लगाया कि पत्नी बात-बात पर अंग्रेजी बोलकर अपमानित करती है। उसे और परिवार के लोगों को गंवार बोलती है। अनाप-शनाप खरीदारी करती है और टोकने पर पुराने ख्यालों का होने की बोलकर लड़ती है। पत्नी से बातचीत की गई। उसे समझाया गया कि शादी दोनों परिवारों की मर्जी से हुई है। शिक्षित होने का सही इस्तेमाल करिए और आगे की पढ़ाई दोबारा शुरू करिए।
पति के व्यवसाय करने से उसकी सारी इच्छाएं पूरी होने की बात कही गई। इसके बाद पत्नी मान गई और दोनों साथ ससुराल चले गए। इसी तरह एक अन्य मामले में शादी के 20 वर्ष बाद पति-पत्नी में विवाद हो गया था। दो वर्ष से पत्नी मायके में रह रही थी। आरोप था कि पति चार बेटियां होने का उलाहना देता है, जबकि पांचवा पुत्र भी हुआ है। पति को समझाने के बाद दोनों में सुलह हो गई।
2023 में 2,884 और इस साल 11 माह में 4,277 वाद
परिवार परामर्श केंद्र में लगातार दंपतियों के विवादों की संख्या बढ़ती जा रही है। 2023 में 2,884 वादों में से 2,483 वादों का निस्तारण किया गया था। इस वर्ष 11 माह में 4,277 वाद सुनवाई के लिए आ चुके हैं। इनमें से 3,253 वादों का निस्तारण हुआ है, हालांकि सात अगस्त से परिवार परामर्श केंद्र का नया भवन बनने के बाद वादों के निस्तारण का अनुपात बढ़ा है।
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