DBRAU: विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह में 117 पदक और 144 पीएचडी की उपाधि, बांटी गईं डिग्रियां
डॉक्टर भीमराव विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में 117 मेधावियों को पदक और 144 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि मिलेगी। छलेसर परिसर में कालेजों को 20 हजार से अधिक अंकतालिकाएं और पालीवाल परिसर से चार हजार से अधिक डिग्री वितरित की गईं। परीक्षा समिति ने वायवा दे चुके शोधार्थियों को भी उपाधि देने का निर्णय लिया। समारोह 20 अगस्त को होगा।

जागरण संवाददाता, आगरा। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में 117 मेधावियों को पदक और 144 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी जाएगी। वहीं, छलेसर परिसर में दूसरे दिन गुरुवार को 20 हजार से अधिक अंकतालिकाएं कॉलेजों के प्रतिनिधियों को दी गईं।
वहीं, पालीवाल परिसर से चार हजार से अधिक डिग्री का वितरण किया गया। गुरुवार को विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह को लेकर हुई बैठक में वायवा दे चुके शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि देने का निर्णय लिया गया है।
128 कॉलेज के प्रतिनिधि अंकतालिका और 81 कॉलेज डिग्री लेने आए
दीक्षा समारोह 20 अगस्त को है, इससे पहले छात्रों को अंकतालिका और डिग्री उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय के पालीवाल परिसर से कॉलेज के प्रतिनिधियों को डिग्री और छलेसर परिसर से अंकतालिका वितरित की गईं। परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर ओम प्रकाश ने बताया कि 128 कॉलेजों के प्रतिनिधियों को 20219 अंकतालिका और 81 कॉलेजों के प्रतिनिधियों को 4208 डिग्री वितरित की गईं।
परीक्षा समिति की बैठक में वायवा देने वाले शोधार्थी को मिलेगी पीएचडी की उपाधि
उधर, परीक्षा समिति की बैठक पालीवाल पार्क स्थित वृहस्पति भवन में संपन्न हुईं। कुलपति प्रो. आशु रानी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि मेधावियों को 117 पदकों का वितरण किया जाएगा। इनमें 76 पदक छात्राओं को और 41 पदक छात्रों को वितरित किए जाएंगे। इसके साथ में अलग-अलग श्रेणी में तीन चल वैजंती ट्राफियां भी प्रदान की जाएंगी।
विश्वविद्यालय ने इस वर्ष यह भी निर्णय लिया है कि जिन अभ्यर्थियों का वायवा गुरुवार तक हो गया, उन्हें भी दीक्षा समारोह में उपाधि दी जाएगी। विश्वविद्यालय 144 अभ्यर्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान करेगा। वहीं कुछ पदकों को निर्णय लेने के लिए समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।
बैठक में कुलसचिव अजय मिश्रा, वित्त अधिकारी महिमा चंद, परीक्षा नियंत्रक डा. ओमप्रकाश, प्रो. मनु प्रताप सिंह, प्रो. हेमा पाठक आदि मौजूद रहे।
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