Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भगवान राम और मां सीता की झांकी देखने के लिए उमड़ा आस्था का जन सैलाब, धरती पर हुई स्वर्ग जैसी अनुभूति

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 09:04 PM (IST)

    आगरा के कमला नगर में जनकपुरी महोत्सव में भगवान राम और सीता के विवाह का उत्सव मनाया गया। इस दौरान पूरा क्षेत्र श्रद्धा और भक्ति से सराबोर हो गया। भगवान राम और सीता की मनोहारी छवि ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और भजनों का आयोजन किया गया जिसमें मुंबई के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी को मोहित कर दिया।

    Hero Image
    भगवान राम और मां सीता की झांकी देखने के लिए उमड़ा आस्था का जन सैलाब।

    जागरण संवाददाता, आगरा। श्रीहरि स्वरूप भगवान श्रीराम को दुल्हा और माता लक्ष्मी स्वरूपा जगत जननी माता सीता को दुल्हन रूप देखने को कमला नगर में सजी जनकपुरी में शुक्रवार को श्रद्धा और आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम और नारीत्व व पवित्रता की प्रतीक माता सीता ने युगल रूप में दर्शन दिए, तो लगा कि मिथिला महल के मंच पर साक्षात स्वर्ग का अवतरण हो गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    श्रद्धालुओं ने आस्था और भक्ति से सराबोर होकर इन पवित्र पलों को आत्मासात कर दोनों की मनोहारी छवि को निहारा और निहाल होते रहे। मंत्रोच्चार, मंगल गीतों और आरती के गूंजते स्वरों के बीच श्रद्धालु भाव-विभोर होकर भगवान राम और सीता के प्रति अपने निस्वार्थ भाव प्रकट करते दिखे। प्रभु श्रीराम और माता जानकी के पावन विवाह से जनकपुरी में ऐसा उत्साह और उल्लास छाया, मानो धरती पर स्वर्ग उतर आया हो।

    शुक्रवार शाम प्रभु श्रीराम, माता सीता और अनुज भ्राताओं संग जब मिथिला महल के मंच पर पधारे, तो श्रद्धालुओं के नेत्र उनकी दुर्लभ छवि को अपलक निहारती रहे। उनकी मनोहारी छवि देखते ही देखते जनकपुरी राममय हो उठी और हर ओर सियाराम मय सब जग जानी की अनुभूति होने लगी। ब्याह के बाद प्रभु श्रीराम और माता सीता का दिव्य रूप इतना मोहक लग रहा था कि जन-जन उन्हें निहारने को व्याकुल हो उठा।

    शाम से ही हजारों की भीड़ जनक महल की ओर उमड़ रही थी। कोई पुष्प अर्पित कर रहा था, कोई हाथ जोड़कर उन्हें दूर से प्रणाम कर रहा था। कई भक्त प्रभु के स्वरूपों के समक्ष आंसुओं से सराबोर होकर भक्ति में लीन दिखे। मंच पर श्री जनकपुरी महोत्सव आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने प्रभु स्वरूपों की आरती उतारकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया और फिर मंच मंगलगीतों से गूंज उठा।

    आज तो बधाई बाजे जनक महल में..., मेरे अंगना बजे बधाई, बारात जनकपुर आई..., जैसे मंगलगीत गूंजते रहे। शहनाई और नगाड़ों की ध्वनि ने मानो स्वयं इंद्रलोक का संगीत धरती पर उतार दिया। श्रद्धालु जयकारों के बीच भावविभोर होकर भक्ति रस में डूबे दिखे।  क्षेत्र में हुई भव्य सजावट प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह उत्सव के लिए कमला नगर का प्रत्येक मार्ग, भवन, और प्रतिष्ठान दीपमालाओं और रंग-बिरंगी रोशनियों से सजा हुआ दिव्य आभा बिखेर रहे है।

    क्षेत्र की गलियां दीपमालाओं से आलोकित थीं। जनक महल से लेकर आसपास के घरों, दुकानों और मंदिरों तक विशेष सजावट की गई थी। श्रद्धालु अपने-अपने घरों से भी पुष्पवर्षा और दीप जलाकर प्रभु का स्वागत कर रहे थे। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो संपूर्ण मिथिला नगरी प्रभु सियाराम के स्वागत में झूम रही हो। फूलों से महकती गलियां और प्रभु के जयकारों के गूंजते स्वर वातावरण को अलौकिक बना रहे हैं। 

    श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब भक्तों में प्रभु की झलक पाने की होड़ रही। मंच पर विराजमान प्रभु और माता जानकी के स्वरूपों का आशीर्वाद लेने को लंबी कतारें लगीं। लोग मोबाइल और कैमरों से प्रभु स्वरूपों के दिव्य क्षण कैद कर रहे थे। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी के चेहरों पर भक्ति और प्रसन्नता का भाव झलक रहा था।  मुंबई के कलाकारों ने बहाई भजनों की सुरधारा मिथिला महल के मंच पर शुक्रवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।

    मुंबई के सारेगामा फेम आकाश दुबे ने श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में.. देख लो मेरे दिल के नगीने में...जब यह भजन सुनाया तो पूरा मिथिला महल जगत जननी माता जानकी और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की भक्ति में डूब गया।इसके बाद नैना भीगे-भीगे जाएं, कैसे ख़ुशी ये छुपाएं, राम आयेंगे.. कुछ समझ न पायें.. कहां फूल छुपाएं, राम आयेंगे.. भजन पर सब सुधबुध भूल बैठे।

    प्रसिद्ध गायिका रोहिणी गर्ग ने छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाय के और मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे, राम आएंगे.. जैसे सुमधुर भजनों से श्रद्धालुओं को रसमग्न कर दिया। दीपांशु त्रिवेदी, योगेश सोनी, हर्षित और अंशुल ने विभिन्न वाद्य यंत्रों पर संगत की। संचालन रीनेश मित्तल और श्रुति सिन्हा ने किया। 

    अग्रवन में हुई बड़हार दावत प्रभु राम ने माता जानकी और अपने अनुज भ्राताओं सहित ससुराल बनी वाटर वर्क्स स्थित अग्रवन में बड़हार की दावत का आनंद लिया। शुक्रवार को राजा जनक और रानी सुनैना ने बड़हार की दावत दी थी। स्वरूपों के पहुंचते ही जनक परिवार ने ढोल, नगाड़ों और शहनाई से उनका पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

    प्रभु के साथ अन्य स्वरूपों को अलग चौकियों पर बैठाकर चांदी के बर्तनों में तरह-तरह के स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए। प्रभु को अपने हाथों से एक-एक कौर या मिठाई खिलाने की भक्तों में होड़ लग गई। राज्यसभा सदस्य नवीन जैन, जनकपुरी समिति अध्यक्ष मुरारी प्रसाद, अग्रवाल ताराचंद अग्रवाल, भगवान दास बंसल, मुकेश अग्रवाल, महेश अग्रवाल, दीपक माहेश्वरी एड, राकेश मंगल, रामगोपाल गोयल मौजूद रहे।

    कार्यक्रम का समय

    जनकपुरी महोत्सव में 20 सितंबर को दोपहर 12 बजे कमला नगर पानी की टंकी के पीछे टोरंट कार्यालय के पास सद्भभावना पार्क में प्रभु श्रीराम दर्शन व भव्य स्वागत का कार्यक्रम होगा। शाम सात बजे महाराजा अग्रसेन सेवा सदन से प्रभु श्रीराम स्वरूप अनुजों संग मिथिला महल मंच के लिए प्रस्थान करेंगे।

    शाम साढे छह बजे से मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। रात नौ बजे जगत जननी माता जानकी की विदाई का भावपूर्ण कार्यक्रम होगा।

    यह भी पढ़ें- Ganga Expressway के निर्माण को लेकर आया बड़ा अपडेट, इस महीने से रफ्तार भरेंगे वाहन