Fatehpur Sikri: 100 वाली चादर 2100 में चढ़वाई, महल बता दिया खंडहर; दिल्ली के पर्यटक दंपती को लपका ने ठगा
Fatehpur Sikri Agra News फतेहपुरसीकरी में लपकों का जाल इस कदर फैला है कि पर्यटकों को जमकर ठगा जाता है। विश्व धरोहर स्मारक देखने आए दिल्ली के पर्यटक दंपती को लपका ने अपनी बातों में फंसाया और उन्हें स्मारक दिखाने के लिए राजी कर लिया। दंपती से चादर और मन्नत का धागा बंधवाने के लिए 21 सौ रुपये खर्च कराएं।
संसू, जागरण l फतेहपुर सीकरी। विश्व धरोहर स्मारक निहारने आए दिल्ली के पर्यटक दंपती से धोखाधड़ी की गई। लपके ने उन्हें 2,100 रुपये की महंगी चादर दरगाह में चढ़वा दी। स्मारक समूह महल को खंडहर बताकर पर्यटक दंपती को चलता कर दिया। फीस के रूप में 120 रुपये भी ले लिए।
शालीमार पार्क, दिल्ली के आशीष शर्मा रविवार सुबह 10 बजे अपनी पत्नी के साथ फतेहपुर सीकरी स्मारक के भ्रमण के लिए आए थे। बस स्टैंड से ही लपके ने दंपती को अपनी बातों में फंसा लिया। मात्र 120 रुपये में स्मारक घुमाने की बात तय हुई।
पर्यटक ने बताया कि बादशाही गेट होकर सलीम चिश्ती की दरगाह परिसर में पहुंचा। दरगाह परिसर, मजार शरीफ, शाही जामा मस्जिद का भ्रमण कराने के बाद मन्नत के लिए चादर चढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उसके कहने पर 2100 रुपये की चादर चढ़ावा कर बुलंद दरवाजा का भ्रमण कराया। बुलंद दरवाजा स्मारक देखने के बाद पर्यटक दंपती आगरा जाने के लिए बस स्टैंड पहुंच गए। बस स्टैंड पर ही आशीष शर्मा ने लपका 'गाइड' को 120 रुपये दे दिए।
फतेहपुरसीकरी का बुलंददरवाजा।
बस स्टैंड पर इंचार्ज ने पूछा तो लगी जानकारी
बस का इंतजार करने के दौरान बस स्टैंड इंचार्ज ने उनसे स्मारक बड़ी जल्दी घूमने पर आश्चर्य जताया। इस पर पर्यटक दंपती ने बताया कि केवल सामने वाला घुमाया है। चादर चढ़ाने के बाद महल (स्मारक समूह)) खंडहर बताकर 'गाइड' वापस बस स्टैंड पर ले आया। बस स्टैंड इंचार्ज रामगोपाल के अनुसार, स्मारक समूह को खंडहर बताने और धार्मिक भावनाओं के आधार पर महंगी चादर चढ़ाने के मामले पर्यटक आए दिन बताते रहते हैं।
फतेहपुर सीकरी में बिना टिकट पर्यटकों को प्रवेश
फतेहपुर सीकरी में रविवार को पर्यटकों को बिना टिकट प्रवेश दिए जाने का मामला सामने आया। सुरक्षाकर्मी ने 200 रुपये लेकर सात पर्यटकों को स्मारक में प्रवेश करा दिया। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित होने पर पर्यटकों को टिकट दिए गए। प्रसारित हुए एक अन्य वीडियो में हाथ में टिकट थामे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) का कर्मचारी वीडियो बनाए जाने पर एतराज जताता हुआ नजर आ रहा है। वहीं, संरक्षण सहायक ने सुरक्षाकर्मी द्वारा पैसा लिए जाने की बात को गलत बताया है।
ये भी पढ़ेंः बीजेपी में सब-कुछ ठीक नहीं! विधायक राजीव गुंबर ने माइक संभाला, पूर्व सांसद राघव लखन पाल कार्यक्रम छोड़कर चले गए
फिरोजाबाद के पर्यटक आए थे
फिरोजाबाद के सात पर्यटक रविवार सुबह आठ बजे फतेहपुर सीकरी देखने आए थे। सुरक्षाकर्मी ने उन्हें टिकट दिए बिना 200 रुपये अपनी जेब में रख लिए। पर्यटकों को स्मारक में प्रवेश दिला दिया। इसका कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में प्रसारित कर दिया। इससे कर्मचारियों में हलचल मच गई। आधा घंटे के बाद पर्यटकों को तलाश कर उनकी टिकट दे दी गईं। 16 सेकेंड के वीडियो में एएसआइ कर्मचारी हाथ में टिकट पकड़े है।
ये भी पढ़ेंः मोहब्बत के अफसाने... जैनब बनीं जाह्नवी ने चुपचाप लिए सात फेरे, सिपाही पुष्पेंद्र ने एलान से पहना सेहरा
वीडियो बनाने वाले का नहीं दिखा चेहरा
वीडियो बनाने वाला कह रहा है कि आपके पास टिकट कैसे रह गईं। कर्मचारी कह रहा है कि बेकार की बात कर रहे हो। वीडियो क्यों बना रहे हो, यह अच्छी बात है। वीडियो बनाने वाला कहता है तो क्या करें। इस पर कर्मचारी किसी ओर के लिए कहता है कि इनसे कहो...। वीडियो बनाने वाला कहता है कि यह हमारी जिम्मेदारी नहीं है। कर्मचारी और वीडियो बनाने वाले का चेहरा वीडियो में नजर नहीं आ रहा है।
संरक्षण सहायक दिलीप कुमार सिंह ने बताया, कर्मचारी द्वारा पैसे लिए जाने का आरोप गलत है। स्थानीय निवासी पर्यटकों को जबरन बिना टिकट प्रवेश दिलाने का प्रयास करते हैं। प्रवेश से रोके जाने पर इस तरह के आरोप लगाते हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।