CM Yogi Agra Visits: वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला राज्य बनेगा यूपी... स्टार्टअप कान्वलेव में बोले सीएम योगी आदित्यनाथ
UP Politics उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को आगरा में दो घंटे रहेंगे। वह होटल अमर विलास में यूनिकॉन कंपनीज के स्टार्टअप कान्क्लेव में भाग लेने पहुंचे है। इस कार्यक्रम में सराहनीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया जा रहा है। विभिन्न स्टार्टअप का प्रेजेंटेशन भी है। देश में अब कुल 118 यूनिकॉर्न कंपनी हैं। सामूहिक रूप से 100 बिलियर डालर से अधिक का फंड जुटाया है।

जागरण संवाददाता, आगरा। Agra News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को होटल अमर विलास में यूनिकॉन कंपनीज के स्टार्टअप कान्क्लेव में भाग लेने के लिए आए। यहां मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभर के यूनिकॉन कंपनी के लोग विचारों का आदान प्रदान कर रहे हैं। कोई भी यूनिकॉन कंपनी बिना निवेशकों के आगे नहीं बढ़ती है।
सीएम ने कहा, कि विचारों की परंपरा प्राचीन काल से है। वाल्मीकि रामायण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लोकप्रिय होने का कारण महर्षि वाल्मीकि की व्यावहारिक समझ थी। रामायण की रचना से पहले उनके मन में श्लोक आ रहा था। वे नारद जी के पास गए। नारद जी ने भगवान श्रीराम काे आधार रखने की सलाह दी। महर्षि ने ऐसा करके ही रामायण की रचना की। अगर विचारों का आदान प्रदान नहीं होता तो रामायण नहीं रची जाती।
विचारों का आदान प्रदान एक नई रामायण की आधार शिला जैसा
आप लोगों के विचारों का आदान प्रदान एक नई रामायण की आधार शिला जैसा है। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला राज्य बनाने के लिए प्रयास चल रहे हैं। स्टार्ट अप की संस्कृति को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नया आयाम दिया है। लोगों में विश्वास बढ़ा है। पहले सिस्टम के प्रति विश्वास नहीं था। पीएम ने मेक इन इंडिया शुरू किया। अब देश में इस दिशा में बहुत अच्छे कदम उठाए गए हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर हमेशा लोगों को प्रोत्साहित किया है। आप में से भी बहुत से लोगों ने स्टार्टअप इंडिया से बहुत कुछ सीखा होगा।
पीएम ने युवाओं के बारे में सोचा
मोदी ने जो उस समय युवाओं के बारे में कहा था कि हमारा युवा जाब सीकर नहीं जाब क्रियेटर बनेगा। स्टार्टअप इंडिया दुनिया में पहचान बना चुका है। हमारे देश में अनेक यूनिकॉन हैं। उत्तर प्रदेश में जो कदम उठाए गए हैं। 15 हजार से अधिक स्टार्ट अप यूपी में हैं। सात हजार ऐसे हैं, जो महिलाओं के हैं। जीवन के अलग-अलग फील्ड में कुछ नया करके दिखाया है।
उप्र जैसे राज्य में फिजिक्स वाला यूनिकॉन बन गया। एक वर्ष पहले मुलाकात हुई थी। तब मैंने पूछा था। अवसर पहले भी थे, लेकिन अब देखते ही देखते यूपी के प्रतियोगी छात्रों ने इसे हाथों हाथ लिया। जहां तकनीकी के बारे में लाेग कम जानते हैं, वहां भी फिजिक्स वाला को जानते हैं। यह दिखाता है कि विचारों के साथ तकनीकी जुड़ती है तो परिणाम आते हैं।
महाकुंभ का दिया उदाहरण
महाकुंभ का उदाहरण देते हुए कहा कि महाकुंभ के माध्यम से हमने अब तक 28 हजार से अधिक लोगों को परिवाराें को मिलाया। कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं कि हजारों लोग मारे गए। डिजिटल खोया पाया केंद्र पर परिवारों से मिलाए गए। उनकी दृष्टि ऐसी है। महाकुंभ में 25 से 30 लाख लोग की क्षमता है। वहां करोड़ों लोग पहुंचे। हमने बसें, ट्रेन चलाईं, उन्हें वापस भेजा, प्रवास की सुविधा दी। इसके बाद उनके साथ संवाद स्थापित किया। परिवार वालों के बात करके सभी को उनके घरों को सुरक्षित भेजा। यह तकनीकी का ही परिणाम है। यदि तकनीक नहीं होती तो शायद न हो पाता।
कुंभ की घटना का किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने बताया कि एक व्यक्ति प्रयागराज में अपने घर से निकला। संगम में स्नान करने निकला था। अचानक रात में घटना घटित होती है। उसके घर वालों ने समझ लिया कि उसकी मृत्यु हो गई। घर वालों ने तेरहवीं की व्यवस्था कर ली। वह ई रिक्शा में बैठकर पहुंच गया। उसने बताया कि कुंभ में भंडारों में खाना खाकर रहता रहा। ऐसे दृश्य वहां रहे। महाकुंभ में जाकर ही महाकुंभ का अनुमान लगाया जा सकता है।
गोरखपुर में इलेक्ट्रिक बसें
ऐसे ही स्टार्टअप की बात है। हम लोगों ने इलेक्ट्रिक बसें सभी शहरों में स्टार्ट कीं। गोरखपुर में पांच से 40 बसें की गईं। अब प्रदेश के शहरों के आसपास के गांवों को भी बसें चलाई जा रही हैं। इलेक्ट्रिक बस बनाने वालों के लिए हमने अनुदान देने की पॉलिसी बनाई है। इसमें कई प्रस्ताव भी हमारे पास आए हैं। अकेले यूपी को डेढ़ लाख बसें चाहिए। जो भी आएगा उसके सामने इतना बड़ा मार्केट है। बहुत डिमांड है। नई संभावना है। कृषि के क्षेत्र में हम कार्य कर रहे हैं।
यूपी गन्ना उत्पादन में पहले स्थान पर
सीएम ने कहा, कि उत्तर प्रदेश खाद्यान्न, गन्ना उत्पादन में पहले स्थान पर है। जितना हम उत्पादन कर रहे हैं, इससे तीन गुना हम कर सकते हैं। थोड़ा और प्रोत्साहित करेंगे तो यह बढ़ जाएगा। अभी हमारे किसानों को अच्छा बीज मिलने में कठिनाई है। बाजार, वेयर हाउस की कमी है। यह सभी चीजें मिल जाएं फूड प्रोसेसिंग और निर्यात से जोड़ दें तो तीन गुना बढ़ जाएगा। मुझे गोरखपुर में खेती भी देखनी होती है। भंडारा कराना होता है। मैंने मुख्यमंत्री बनने के बाद ध्यान देना कम हो गया। उत्पादन कम हो गया। इसके बाद मैंने ध्यान देना शुरू कर दिया। मैंने देखना शुरू किया तो इस बार उत्पादन बढ़ गया। शिक्षा में फिजिक्स वाला उदाहरण है और चिकित्सा के क्षेत्र में भी हम आगे बढ़ रहे हैं। टेली कंसल्टेशन शुरू कर दिया।
कोरोना काल का भी किया जिक्र
वर्चुअल कोचिंग चल सकती है तो टेली कंसल्टेशन के माध्यम से हम स्वास्थ्य की सलाह भी दे सकते हैं। कोविड काल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में कहा कि हमने एक हजार से बढ़ाकर पांच लाख टेस्ट प्रतिदिन की क्षमता विकसित की। हमारे 36 जनपदों में आइसीयू का एक भी बेड नहीं था। अब हालत देख लें। जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में हम बहुत कार्य कर सकते हैं।
वर्ष 2024 में यह कंपनियां शामिल हुईं
एथर एनर्जी : अगस्त में एथर एनर्जी यूनिकार्न क्लब का हिस्सा बनी। नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से 71 मिलियन डालर का फंड मिला। यह इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहन बनाने वाली कंपनी है।
कृत्रिम : जनवरी 2024 में भारत का पहला जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यूनिकार्न बनी थी। बड़े लैंग्वेज माडल और एआइ चिप्स बनाने पर कार्य कर रही है।
मनीव्यू : फिनटेक स्टार्टअप मनीव्यू सितंबर 2024 में यूनिकार्न क्लब का हिस्सा बनी थी। यह पर्सनल लोन और क्रेडिट ट्रैकिंग जैसी सेवाएं देती है।
पर्फियोस : मार्च 2024 फिनटेक सास कंपनी पर्फियोस यूनिकार्न क्लब में शामिल हुई थी। यह कंपनी वर्तमान में 18 देशों में कार्य कर रही है। कनाडाई निवेशक से 80 मिलियन डालर का फंड मिला था।
रैपिडो; जुलाई 2024 में रैपिडो यूनिकार्न क्लब में आई थी। वेस्टब्रिज कैपिटल से 120 मिलियन डालर का फंड मिला। यह कंपनी बाइक टैक्सी और आटो ट्रांसपोर्टेशन की सेवाएं देती हैं।
रेटगैन : यह ट्रैवल और हास्पिटैलिटी क्षेत्र की कंपनी है। यह कंपनी पहले से ही लिस्टेड है और 100 देशों में 3,200 से अधिक ग्राहकों को सेवाएं देती है।
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क्या है यूनिकॉर्न
यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनी है। मूल्य एक बिलियन अमेरिकी डालर (करीब 8600 करोड़) से अधिक है। निजी स्वामित्व की है। शेयर बाजार में सूचीबद्ध नहीं है। वर्ष 2021 में 21, 2022 में 42, 2023 में दो, 2024 में छह कंपनियां शामिल हुई हैं। देश में अब कुल 118 यूनिकॉर्न कंपनी हैं। सामूहिक रूप से 100 बिलियर डालर से अधिक का फंड जुटाया है।
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