ऑनलाइन गेम के शाैक में पिता को लगा ढाई लाख का चूना, पुलिस की UPI डिटेल गोपनीय रखने और फोन हिस्ट्री जांचने की सलाह
आगरा में एक बच्चे द्वारा मोबाइल गेम खेलने के दौरान पिता के यूपीआई विवरण साझा करने से ढाई लाख रुपये का नुकसान हुआ। साइबर पुलिस ने जांच में पाया कि बच्चा अनजाने में परमिशन ओके करता रहा जिससे खाते से पैसे कटते रहे। पुलिस ने यूपीआई विवरण गोपनीय रखने और फोन हिस्ट्री जांचने की सलाह दी है।

जागरण संवाददाता, आगरा। अगर आपके बच्चे को मोबाइल पर गेम खेलने का शौक है तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। बच्चे ने कौन सा गेम खेल इसे जरूर चेक करें। नहीं तो आपको आर्थिक जोखिम उठाना पड़ सकता है।
साइबर पुलिस की जांच में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। बच्चे ने पिता के मोबाइल पर गेम खेलते-खेलते ढाई लाख रुपये उड़ा दिए। बैंक खाते से रुपये कटने के बाद पिता ने साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
बच्चे को है मोबाइल पर गेम खेलने का शौक तो फोन जरूर करें चेक
सिकंदरा क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति का 12 वर्षीय बेटा पिता के मोबाइल पर गेम खेलता था। इस बीच गेम खेलते-खेलते उसने पिता की यूपीआई डिटेल शेयर कर दी। गेम खेलते वक्त वह मांगी गई परमिशन को ओके करता रहा। इससे पिता के खाते से करीब ढाई लाख रुपये कट गए। जानकारी होने पर पिता ने मामले की शिकायत साइबर पुलिस से की।
सिकंदरा क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति की शिकायत के बाद सामने आया सच
पुलिस ने मोबाइल की हिस्ट्री चेक की तो पता चला कि उक्त धनराशि कई बार में गेम खेलने पर खर्च की गई है। खास बात यह है कि इसकी जानकारी न तो स्वजन को हुई और न ही बच्चे को। बच्चा गेम के बीच में आने वाली परमिशन को ओके करता रहा और खाते से रुपये कटते रहे।
गोपनीय रखें यूपीआई डिटेल
साइबर पुलिस के अनुसार बच्चों से अपने खातों और यूपीआई की डिटेल गोपनीय रखें। समय-समय पर यूपीआई का पासवर्ड बदलते रहें। बच्चे अगर फोन का इस्तेमाल करते हैं तो दिन में एक बार फोन की हिस्ट्री जरूर चेक करें। जागरूकता से ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है।
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