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आगरा में बीएड में बड़ा घोटाला, फेल छात्रों के 70 फीसद तक अंक

अंबेडकर विवि में बीएड फर्जीवाड़े की परत खुल रही हैं। सत्र 2013 का परीक्षाफल घोषित होने के बाद 2500 से ज्यादा परीक्षार्थियों के अंक बढ़ा दिए गए।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 19 Jul 2017 08:00 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2017 08:14 AM (IST)
आगरा में बीएड में बड़ा घोटाला, फेल छात्रों के 70 फीसद तक अंक
आगरा में बीएड में बड़ा घोटाला, फेल छात्रों के 70 फीसद तक अंक

आगरा (जेएनएन)। अंबेडकर विवि में घोटालों की चेन लंबी होती जा रही है। अब एक और बीएड फर्जीवाड़े की परत-दर-परत खुल रही हैं। बीएड सत्र 2013 का परीक्षाफल घोषित होने के बाद 2500 से ज्यादा परीक्षार्थियों के अंक बढ़ा दिए गए। अब हर उत्तर पुस्तिका और चार्ट का मिलान कराया जा रहा हैै।बीएड सत्र 2013 का परीक्षाफल 2014-15 में घोषित हुआ था। इसमें 13 हजार छात्र शामिल हुए थे। परीक्षाफल घोषित होने के बाद एटा की एक छात्रा का मामला सामने आया था। वह परीक्षा में अनुपस्थित थी, लेकिन उसे 60 फीसद अंक की मार्कशीट जारी कर दी गई। विवि ने इसे क्लर्क के स्तर की गड़बड़ी माना और छात्रा को दूसरी मार्कशीट (परीक्षा में अनुपस्थित) जारी कर मामला दबा दिया था। इसके बाद क्रिएटिव सोसायटी के एडवोकेट विजय यादव ने 1300 छात्रों के रोल नंबर विवि प्रशासन को सौंपे थे। इन सभी में भी नंबर बढ़ाए गए थे। ऐसे में बीएड की उत्तर पुस्तिकाओं को सील कर  सेवानिवृत्त अफसर को जांच को सौंपी गई, बाद में मामला दबा दिया गया। 

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 अब विवि प्रशासन द्वारा सील की गई बीएड की उत्तर पुस्तिकाओं से चार्ट का मिलान कराया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, उत्तर पुस्तिका, फोइल और चार्ट में छात्रों के नंबर अलग-अलग हैं। ऐसे सैकड़ों केस सामने आ चुके हैं। करीब 2500 छात्रों के नंबरों में हेराफेरी की गई है। इससे पूर्व वर्ष 2005 के बीएड सत्र में भी हेराफेरी की गई थी। पीआरओ डॉ. गिरजा शंकर शर्मा ने बताया कि चार्ट दोबारा तैयार कराए जा रहे हैं। इसका पूर्व के चार्ट से मिलान किया जाएगा। जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, कार्रवाई की जाएगी। 

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