UP News: आगरा में प्रदूषण घटाने के लिए लगाया जुगाड़, चर्चा में आई अनोखी पहल तो फौरन हटाई
वायु गुणवत्ता की निगरानी को लेकर नगर निगम की एक अनोखी पहल चर्चा में है। नगर निगम ने वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए लगे ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन के पास एक स्प्रिंकलर लगा दिया। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया कि क्या स्प्रिंकलर से वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है? आइए जानते हैं इस पूरे मामले की सच्चाई।

जागरण संवाददाता, आगरा। शहर की हवा साफ दिखाने को नगर निगम स्थित ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन पर स्प्रिंकलर का जुगाड़ लगाया गया। सोशल मीडिया पर वीडियो प्रसारित होने के बाद मंगलवार को स्प्रिंकलर हटवा दिया गया।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) तर्क दे रहा है कि स्प्रिंकलर लगने से वायु की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग पर कोई असर नहीं पड़ता है।
आगरा में संजय प्लेस स्थित नगर निगम, मनोहरपुर स्थित प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, सेक्टर तीन-बी आवास विकास कालोनी स्थित यूपीपीसीबी कार्यालय, शाहजहां गार्डन, शास्त्रीपुरम और रोहता में छह ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन हैं। इन दिनों हवा में अति सूक्ष्म कण, धूल कण, कार्बन मोनोआक्साइड और ओजोन कणों की मात्रा बढ़ी हुई है। लोगों को आंखों में जलन, बेचैनी, सिरदर्द समेत अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी वायु गुणवत्ता संतोषजनक या मध्यम स्थिति में बनी हुई है।
स्प्रिंकलर का वीडियो हुआ था शेयर
मंगलवार को सोशल मीडिया पर नगर निगम छत पर बने ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन के नजदीक स्प्रिंकलर चलने का वीडियो प्रसारित हुआ है। वीडियो में स्प्रिंकलर से पानी नीचे लगे सोलर पैनल पर गिरता दिख रहा है। इससे थोड़ी दूरी पर ही मॉनिटरिंग स्टेशन है, जिसकी छत पर यंत्र लगे हैं। प्रसारित वीडियो में इसे वायु प्रदूषण कम करने का जुगाड़ बताया गया। यह वीडियो एक्स पर ट्रेंड हो गया। बड़ी संख्या में लोग वायु गुणवत्ता की मॉनिटरिंग के सिस्टम पर सवाल उठाने लगे। इसके बाद मंगलवार को नगर निगम ने स्प्रिंकलर हटवा दिया। नगर निगम की छत पर स्प्रिंकलर लगाने के पीछे अधिकारी अपने तर्क दे रहे हैं।
आगरा में धुंध के कारण ताजमहल का दिखा इस तरह का नजारा।
फव्वारा हटाने पर दिया तर्क
यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डा. विश्वनाथ शर्मा ने बताया कि नगर निगम ने सोलर पैनल की सफाई और वर्टिकल गार्डन में सिंचाई को स्प्रिंकलर लगवाया था। फव्वारा हटवा दिया गया है। फव्वारा लगाए जाने से वायु गुणवत्ता पर असर नहीं होगा।
वहीं नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण का कहना है कि वर्टीकल गार्डन के लिए स्प्रिंकलर सिस्टम लगा था। आरोप लगने पर हटा दिया गया है।
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यह दिया जा रहा तर्क
यूपीपीसीबी तर्क दे रहा है कि आटोमेटिक मानीटरिंग स्टेशन की दक्षिण-पश्चिमी दिशा में स्प्रिंकलर लगा था। इन दिनों हवा उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की तरफ चल रही है। इस स्थिति में स्प्रिंकलर आटोमेटिक मानीटरिंग स्टेशन को प्रभावित नहीं कर सकता। आगरा में करीब आठ माह उत्तर-पश्चिमी हवा चलती है, जिससे यमुना की तलहटी से उड़कर धूल कण ताजमहल तक पहुंचते हैं।
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