Honey Trap Agra: फर्जी IAS 'हसीना' के जाल में आखिर कैसे फंसे PCS अधिकारी, जल्द खुलेगी कल्पना मिश्रा की हकीकत
Agra Honey Trap Case News हनी ट्रैप में फंसे राज्य कर अधिकारी को लेकर पुलिस के पास कई सवाल। फेसबुक पर सुल्तानपुर निवासी कल्पना मिश्रा से हुई थी मित्रता। कल्पना ने अंडर कवर आइएएस बता की थी शादी अवकाश पर गए पीसीएस। पुलिस को लौटने का इंतजार। सुल्तानपुर का रहने वाला बताने वाली कल्पना मिश्रा के फेसबुक मित्रों की तलाश में जुटी पुलिस।

आगरा, जागरण संवाददाता। फेसबुक पर हनी ट्रैप का शिकार हुए राज्य कर अधिकारी नोबिल कुमार को लेकर पुलिस के मन में कई सवाल हैं। एक अधिकारी होने के बाद भी वह युवती के जाल में कैसे फंस गए। कल्पना मिश्रा ने उनसे ऐसा क्या कहा कि उसकी बात पर उन्होंने विश्वास कर लिया। अधिकारी के अवकाश पर हैं, उनका मोबाइल भी बंद है। पुलिस उनके हनी ट्रैप का शिकार होने की पूरी कहानी जानने के लिए उनके अवकाश से लौटने की प्रतीक्षा कर रही है।
कल्पना मिश्रा के खिलाफ दर्ज कराया है मुकदमा
मूलरूप से मैनपुरी के रहने वाले नोबिल कुमार मारूति एस्टेट-अलबतिया रोड स्थित वृंदावन धाम कालोनी में किराए पर रहते हें। उन्होंने 23 जून को जगदीशपुरा थाने में दोस्तपुर सुल्तानपुर निवासी कल्पना मिश्रा के विरुद्ध धोखाधड़ी और कूटरचित प्रपत्र तैयार करने की धारा में अभियोग दर्ज कराया है। राज्य कर अधिकारी नोबिल कुमार ने पुलिस काे बताया कि कल्पना मिश्रा से उनकी मुलाकात फेंसबुक पर हुई थी। उसने उनके बारे में पूछा तो उन्होंने बता दिया कि वह अविवाहित हैं। जिस पर उसने खुद को भी अविवाहित बताया। कहा कि वह अंडर कवर आइएएस है। उसकी तैनाती के बारे में पूछा तो कहा कि विभाग ने मना कर दिया है।
शादी के प्रस्ताव को किया मंजूर
उनसे विवाह का प्रस्ताव दिया। इसके बाद उसने विवाह का अनुबंध पत्र तैयार कराया। उनसे आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। कुछ दिन रहने के बाद घर लौट गई। उनसे नियमित रूप से रुपये मंगाती रही। कुछ महीने बाद उन्हें पता चला कि उनसे धोखाधड़ी हुई है। वह पहले भी कई अधिकारियों को इसी तरह से अपने जाल में फंसा चुकी है। पुलिस उपायुक्त सूरज कुमार राय ने बताया कि कल्पना मिश्रा के बारे में पुलिस जानकारी जुटाने के लिए साइबर सेल की मदद ले रही है।
अधिकारी से इन सवालों के जवाब जानने का प्रयास करेगी पुलिस
- कल्पना मिश्रा से फेसबुक पर उनकी मित्रता कब हुई थी
- उसने शादी का प्रस्ताव कब दिया था। अनुबंध पत्र कहां तैयार किया गया था।
- दोनों की शादी कहां के आर्य समाज मंदिर में हुई थी।
- उन्होंने कल्पना मिश्रा को कुल कितनी रकम दी थी।
- नोबिल कुमार काे कल्पना मिश्रा के विवाहित और आएएस नहीं होने का पता कब और कैसे चला।
- उसने और किन अधिकारियो को अपने अपने जाल में फंसाया था।
- वह कभी कल्पना मिश्रा के घर सुल्तानपुर गए थे या नहीं।
कल्पना मिश्रा के फेसबुक मित्राें की जानकारी जुटा रही साइबर सेल
साइबर सेल भी कल्पना मिश्रा के फेसबुक मित्रों के बारे में जानकारी जुटा रही है। जिससे कि यह पता लगाया कि सके कि वह कितने लोगों के संपर्क में है। इनमें कितने मित्र किसी बड़े पद पर हैं। कल्पना मिश्रा ने अभी अपना प्रोफाइल लाक किया हुआ है।
आभासी दुनिया में मित्रता करके समय इन बातों का रखें ध्यान
साइबर अपराध विशेषज्ञ रक्षित टंडन कहते हैं आभासी दुनिया में मित्रता करते समय सतर्क रहें। अन्यथा आप हनी ट्रैप या धोखाधडी का शिकार हो सकते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें
- इंटरनेट मीडिया पर किसी भी व्यक्ति से दोस्ती करने से पहले उसके प्रोफाइल की अच्छे से जांच करें। जांच करने के कई तरीके हैं। गूगल, ट्रूकालर आदि पर जाकर उसका नाम देखें। अगर वो खुद को अधिकारी बता रहा है तो संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर उसका नाम तलाशें।
- आनलाइन दोस्ती में एकदम से किसी पर विश्वास न करें।
- फ्रेंड रिक्वेस्ट आने पर उसके दोस्तों की सूची को देखें। अगर कोई म्यूचुअल फ्रेंड है तो उससे जानकारी करें।
- अपनी व्यक्तिगत बातें आनलाइन मंच पर साझा न करें।
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