Agra News: दिल्ली-एनसीआर का ठग गैंग पकड़ा, व्यापारियों को ठगने के लिए अपनाते थे अनोखा तरीका
Agra News लोन दिलाने के नाम पर व्यापारियों से ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश चार गिरफ्तार। गूगल या जस्ट डायल से मोबाइल नंबर लेकर व्यापारियों से करते थे संपर्क। कागजात के साथ चेक लेते थे शातिर लोन स्वीकृत होने पर कर देते थे खाता खाली।

आगरा, जागरण संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर के ठगों का गैंग व्यापारियों को शिकार बना रहा था। लोन दिलाने के नाम पर उनसे कागजात और चेक ले लेते थे। इसके बाद लोन स्वीकृत होते ही उनके खाते खाली कर देते थे।
छत्ता क्षेत्र के व्यापारी से पिछले दिनों हुई छह लाख रुपये से अधिक की ठगी के बाद पुलिस गैंग की तलाश में थी। शनिवार रात को पुलिस ने जीवनी मंडी चौराहे के पास से गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। यह गैंग अलीगढ़ और मेरठ में भी इसी तरह की घटना कर चुका है।
अनिल कुमार जैन की जूते के डिब्बे बनाने की फर्म है
छत्ता क्षेत्र के अनिल कुमार जैन की मैसर्स अप टू डेट पैकर्स के नाम से जूते के डिब्बे बनाने की फर्म है। 21 जुलाई को उनके मोबाइल पर अंजान नंबर से काल आई। काल करने वाले ने कहा कि आपको लोन की आवश्यकता है तो मैं आइसीआइसीआइ बैंक से लोन करा दूंगा। काल करने वाले ने अपना नाम आशीष बताया।
सर्वे के लिए भेजे दो व्यक्ति
23 जुलाई को उसने अपने कथित स्टाफ के दो व्यक्ति नीरज और प्रशांत को उनकी फैक्ट्री में सर्वे करने को भेज दिया। इसके बाद 28 जुलाई को दोनों व्यक्ति कारोबारी के घर पहुंच गए। उनसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, बिजली बिल,फर्म की बेलेंस शीट, एसएसएमई सर्टिफिकेट और छह चेक लेकर चले गए।
खाते से निकाल लिए रुपये
एक अगस्त को अनिल कुमार जैन के मोबाइल पर सूचना मिली कि किसी संदीप शर्मा नाम के व्यक्ति की आइडी लगाकर उनके खाते से 6.20 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। उन्होंने नौ अगस्त को छत्ता थाने में धोखाधड़ी, कूट रचित दस्तावेज तैयार करने की धारा में मुकदमा लिखा दिया था।
पुलिस ने लोकेशन के आधार पर पकड़े शातिर
पुलिस ने डाटा एनलिसिस और सर्विलांस की सहायता से लोकेशन के आधार पर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। वैगनआर कार, चार मोबाइल, चैक, आधार कार्ड, पैन कार्ड व अन्य कागजात बरामद हो गए। आरोपितों के कब्जे से 6.01 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं
ऐसे करते थे ठगी
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया है कि वे पहले कस्टमर के मोबाइल नंबर गूगल या जस्ट डायल से नंबर से लेकर बात करते थे। इसके बाद लोन कराने के नाम पर उनसे कागजात लेते थे।कागजात के साथ में बैंक के चेक लेते थे। चेक पर मैजिक पेन से कैंसिल लिख देते थे और ओरिजिनल पेन से कस्टमर से साइन करा लेते थे।
मैजिक पेन का करते थे इस्तेमाल
मैजिक पेन से कैंसिल लिखा हुआ, चेक से स्याही गर्मी के संपर्क में आने से उड़ जाती थी। कस्टमर से लिए गए चेक वाले खातों में लोन की रकम डलवाते थे। इसके बाद फर्जी आधार कार्ड दिखाकर बैंक से पैसा निकाल लेते हैं।अनिल कुमार के खाते में लोन की रकम आने के बाद ठगों ने बैंक आफ बड़ौदा की जीवनी मंडी शाखा से 6.20 लाख रुपये निकाले थे।
ये हुए गिरफ्तार
नई दिल्ली की कमल विहार कालोनी निवासी अशोक शर्मा, गाजियाबाद के मोदी नगर में शिवपुरी निवासी कमल शर्मा, अनिल कुमार और हरियाणा के गुरुग्राम निवासी देवेंद्र सिंह ।
इनसे भी की थी ठगी
- आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि चार जुलाई को उन्होंने अलीगढ़ में घटना की थी। इसमें उन्होंने 2.90 लाख रुपये केनरा बैंक से निकाले थे।
- सात जुलाई को मेरठ में पंजाब एंड सिंध बैंक से 3.20 लाख रुपये निकाले थे।
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