Agra Metro: हजारों लोगों को मिल सकती है राहत! गुरु का ताल कट पर बन रहा पिलर, हाईवे का कामायनी कट खुलने की उम्मीद
Agra Metro आगरा में गुरु का ताल कट पर पिलर निर्माण के कारण वाहनों का दबाव बढ़ने की आशंका है। इससे निपटने के लिए यूपीएमआरसी ने एनएचएआई से कामायनी कट को खोलने की मांग की है। कट खुलने से स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी और सिकंदरा तिराहा पर वाहनों का दबाव कम होगा। यमुना में जलस्तर बढ़ने से पिलर की खोदाई का काम फिलहाल रोक दिया गया है।

जागरण संवाददाता, आगरा। नेशनल हाईवे-19 स्थित गुरु का ताल कट के आधे हिस्से में पिलर बनने जा रहा है। जिसे देखते हुए कट को बंद करने की तैयारी चल रही है। यह कार्य इस सप्ताह होगा। वाहनों का दबाव कम करने के लिए उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड से कामायनी कट को खोलने की मांग की है। कट खुलने से भावना एस्टेट सहित आसपास के हजारों लोगों को राहत मिलेगी। अभी यह लोग सिकंदरा तिराहा या फिर गुरु का ताल कट से रांग साइड से गुजरते हैं।
कामायनी कट अक्टूबर 2020 में बंद हुआ था। वाहनों का दबाव गुरु का ताल तिराहा पर बढ़ गया। इससे अक्सर जाम लगता है और लोगों को परेशान होना पड़ता है।
वाहनों का दबाव कम करने का होगा प्रयास, एनएचएआइ से मांगी अनुमति
खंदारी चौराहा से सिकंदरा तिराहा तक तीन किमी लंबा एलीवेटेड ट्रैक बन रहा है। आइएसबीटी तक ट्रैक बन चुका है। आइएसबीटी से गुरु का ताल कट होते हुए सिकंदरा तिराहा तक बन रहा है। गुरु का ताल कट के आधे हिस्से पर स्टेशन का पिलर बनेगा। यूपीएमआरसी ने पुराने कट से 80 मीटर की दूरी पर नया कट बनाया है। यह कट डीवीवीएनएल कार्यालय की तरफ है। कट इस सप्ताह चालू होगा। पुराने कट को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। यह कार्य एक साल तक चलेगा।
कामायनी कट खाेलने की मांगी अनुमति
यूपीएमआरसी के अधिकारी ने बताया कि तीन माह में कामायनी कट पर कार्य पूरा हो जाएगा। एनएचएआइ से इस कट को खोलने की अनुमति मांगी गई है। अगर अनुमति मिल जाती है तो एक पिलर से दूसरे पिलर के मध्य डिवाइडर नहीं बनेगा। अनुमति न मिलने पर डिवाइडर बनाकर पौधारोपण कराया जाएगा। कट चालू होने से सिकंदरा तिराहा पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा।
रात 11 से सुबह पांच बजे तक बंद हो रहा ट्रैफिक
एमजी रोड और नेशनल हाईवे पर 16 रिग मशीनों से खोदाई हो रही है। तेजी से पिलर बनाने का कार्य चल रहा है। पिलर पर जल्द ही स्पान चढ़ाए जाएंगे और फिर गर्डर रखने का कार्य होगा। इस कार्य में तीन से चार घंटे का समय लगेगा। जिसे देखते हुए रात 11 से सुबह पांच बजे तक ट्रैफिक डायवर्ट या फिर बंद रखने की अनुमति ली है।
यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि छह से आठ मशीनें साइट पर पहुंचती है। तब जाकर कार्य पूरा होता है। ऐसे में बिना यातायात को रोके कार्य नहीं हो सकता है।
जलस्तर कम होने के बाद चालू होगा कार्य
यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यूपीएमआरसी ने नदी पर पिलर की खोदाई का कार्य रोक दिया है। जलस्तर कम होने के बाद यह कार्य चालू होगा।
ये भी पढ़ेंः कैराना सांसद इकरा हसन पर अभद्र टिप्पणी, आरोपित के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।