Agra Metro News: एमजी रोड पर काम जल्द खत्म करने की तैयारी, अब दो नहीं आठ रिग मशीनों से होगी खाेदाई
Agra Metro News आगरा मेट्रो के निर्माण में तेजी लाने के लिए यूपीएमआरसी ने बड़ा फैसला लिया है। अब एमजी रोड पर एक साथ आठ रिग मशीनों से खोदाई होगी। इससे पहले केवल दो से तीन मशीनों का इस्तेमाल हो रहा था। इस बदलाव से निर्माण कार्य में तेजी आएगी और यातायात व्यवस्था भी बेहतर होगी।
जागरण संवाददाता, आगरा। Agra Metro: उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने एमजी रोड पर मेट्रो का कार्य तेजी से पूरा करने का निर्णय लिया है। दो से तीन रिग मशीनों के बदले अब एक साथ आठ मशीनों से खोदाई की जाएगी। पिलर की खोदाई 67 से 72 फीट के आसपास होगी। एलीवेटेड मेट्रो ट्रैक डिवाइडर के ठीक ऊपर से होकर बनेगा।
हरीपर्वत रेलवे पुलिया के दोनों तरफ पांच-पांच मीटर के हिस्से में खोदाई नहीं होगी। इससे पुलिया पर जाम की परेशानी पर अंकुश लगेगा। यह कार्य 15 माह में पूरा होगा।
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से एमजी रोड होते हुए कालिंदी विहार तक 16 किमी लंबा एलीवेटेड मेट्रो ट्रैक बन रहा है। 14 में सात स्टेशन एमजी रोड पर होंगे। यह सभी स्टेशन डिवाइडर से नौ से 10 मीटर की ऊंचाई पर सिंगल पिलर पर बनेंगे। फतेहाबाद रोड पर इसी तकनीक से स्टेशन बने हैं। यूपीएमआरसी की टीम एमजी रोड पर लगातार बैरीकेडिंग कर रही है। हरीपर्वत चौराहा से पहले तक बैरीकेडिंग हो गई है। अभी दो रिग मशीनों से पिलर की खोदाई की जा रही है।
अब एक साथ आठ मशीनों का प्रयोग किया जाएगा
यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि अब एक साथ आठ मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। शहर में पहली बार इतनी अधिक मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। एक पिलर से दूसरे पिलर की दूरी 28 मीटर होगी। अधिक मशीनों के प्रयोग से कार्य जल्द पूरा होगा। पिलर बनने के बाद सफाई की जाएगी और बैरीकेडिंग को हटा दिया जाएगा। जल्द ही दो से तीन पिलर बनकर तैयार हो जाएंगे। एमजी रोड पर 200 से अधिक पिलर होंगे।
क्या है रिग मशीन
यह खोदाई की मशीन है। कम स्थल में इस मशीन का प्रयोग कर जल्द खोदाई की जा सकती है। सबसे पहले चार पाइल तैयार होते हैं। चार पाइल बनने के बाद पिलर का बेस मनाया जाता है और फिर पिलर बनकर तैयार होता है।
ये भी पढ़ेंः 'पति मार रहा है भाई सुबह आना, फिर मिली मृत्यु की खबर', महिला सिपाही वंदना की मौत का राज खाेलेगा मोबाइल!
ये भी पढ़ेंः चर्चित समधी-समधन मामले में आया नया मोड़, कोतवाली पहुंची महिला ने पुलिस को बताई घर छोड़ने की वजह
नहीं मिली अनुमति, टनल की खोदाई बंद
एसएन मेडिकल कॉलेज से बिजलीघर चौराहा तक 1300 मीटर लंबी टनल बन रही है। रेलवे से अभी तक बिजलीघर चौराहा रेलवे पुल के नीचे खोदाई की अनुमति नहीं मिली है। इसके चलते तीन सप्ताह से खोदाई का कार्य बंद है। दो टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) की गति को धीमा कर दिया गया है। यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि अप लाइन में एक हजार मीटर और डाउन लाइन में 940 मीटर की खोदाई हो चुकी है। अनुमति मिलने के बाद खोदाई हो सकेगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।