UP News: आगरा के प्रमुख सराफा कारोबारी की पटना में गोली मारकर हत्या, हमलावरों ने मारी तीन गोलियां
Agra News आगरा के प्रमुख सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल की रविवार की रात पटना के बाकरगंज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी फर्म का पटना के बाकरगंज में कार्यालय है। रविवार की रात करीब साढ़े बारह बजे बजे अवधेश अग्रवाल अपने कार्यालय से निकलकर फ्लैट पर गए थे। वहां बदमाशों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। हत्या के पीछे लेनदेन की आशंका जताई जा रही है।

जागरण संवाददाता, आगरा। आगरा के प्रमुख सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल की रविवार की रात पटना के बाकरगंज में गोली मारकर हत्या कर दी। परिणय कुंज हरीपर्वत के रहने वाले सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल का बिहार में चांदी की पायल का बड़ा काम है।
उनकी फर्म का पटना के बाकरगंज में कार्यालय है। रविवार की रात 12:30 बजे बजे अवधेश अग्रवाल अपने कार्यालय से निककर फ्लैट पर गए थे। वहां बदमाशाें ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।
दो हमलावरों ने दिया हत्या को अंजाम
परिणय कुंज के रहने वाले अवधेश अग्रवाल की पटना के थाना पीरबहोर स्थित बाकरगंज के खेतान मार्केट में उनकी फर्म है। वह रात में अपनी फर्म से रात 11:30 बजे निकलने के बाद पास ही स्थित अपार्टमेंट में अपने फ्लैट पर गए थे। रात 12:30 बजे दो हमलावर उनके फ्लैट में पहुंचे। एक-एक करके तीन गोलियां कारोबारी को मारीं। कारोबारी लहूलहान होकर गिर गए।
गोलियों की आवाज सुनकर पहुंचे लोग
गोलियां चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां पहुंचे, पास के अस्पताल लेकर गए। वहां कारोबारी को मृत घोषित कर दिया गया। पटना पुलिस को सीसीटीवी में एक संदिग्ध का फ़ुटेज मिला है। हत्या के पीछे लेनदेन की आशंका जताई जा रही है।
कारोबारी के परिवार को हत्या की जानकारी आधी रात को मिली। सोमवार सुबह से सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल के परिणय कुंज स्थित आवास पर परिचित और व्यापारी जुट गए।
20 सितंबर 2015 को हाई कोर्ट से हुए थे बरी
पटना में सराफा कारोबारी की हत्या से उनके घर में कोहराम मचा हुआ है। नवंबर 2022 में चांदी कारोबारी धन कुमार जैन उर्फ धन्नू को व्यस्त फुलट्टी बाजार में उनके घर के सामने बाइक सवार शूटरों ने गोली मारकर घायल कर दिया था। दुस्साहसिक गोली कांड में सराफा कारोबारी अवधेश अग्रवाल का नाम आया था। पुलिस ने उन्हें दो बार जेल भेजा था। दोनों मुकदमों में अवधेश अग्रवाल 20 सितंबर 2015 को हाई कोर्ट से बरी हो गए थे।
धन कुमार जैन 22 नवंबर 2015 की रात अपनी फर्म सीसी चेंस से लौट रहे थे। व्यस्त फुलट्टी बाजार में उनके घर के सामने कार से उतरते समय बाइक सवार दो शूटरों ने गोली मार दी थी। हमलावर सीसीटीवी फुटेज में आए थे।पुलिस ने वारदात के दो पर्दाफाश किए थे। पहला पर्दाफाश पुलिस ने खुद फर्जी माना था।
दूसरे में पुलिस ने धन कुमार जैन के बड़े भाई बब्बे प्रदीप जैन उर्फ बब्बे के साले विशाल अग्रवाल समेत आधा दर्जन लोगों को जेल भेजा था। पुलिस ने पर्दाफाश किया था कि पारस गैंग को धन कुमार की सुपारी दी गई थी। विशाल अग्रवाल को अवधेश अग्रवाल ने फाइनेंस किया था।
पुलिस ने तीन बार लगाई थी एफआर रिपोर्ट
अवधेश अग्रवाल किसी समय प्रदीप जैन के खास लोगों में गिनती होती थी। प्रदीप जैन ने उन्हें बिहार की सीबी चेंस की डिस्ट्रीब्यूटरशिप दे रखी थी। वर्ष 2014 में धन कुमार के एजेंसी वापस लेने पर दोनों के संबंधों में खटास आ गई थी। एमएम गेट थाने में दर्ज मुकदमे में पुलिस ने जानलेवा हमले के मुकदमे में अवधेश अग्रवाल को आपराधिक षड़यंत्र और समान अाशय का आरोपित बनाया था।
एमएम गेट थाने में अवधेश अग्रवाल के विरुद्ध एक और मुकदमा चौथ मांगने का लिखा गया था। पुलिस ने इस मुकदमे में तीन बार फाइनल रिपोर्ट (एफआर) भेजी थी। जानलेवा हमले के मुकदमे के आधार पर पुलिस ने सराफा कारोबारी के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की थी। उन्हें गैंगस्टर के मुकदमे में भी जेल भेजा गया था।
पुलिस ने वर्ष 2022 में गैंगस्टर एक्ट में कारोबारी की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की थी। जिसके विरुद्ध सराफा कारोबारी ने हाई कोर्ट गए थे। वहां से इस वर्ष 22 सितंबर को दोनों मुकदमों में बरी हो गए थे। हाई कोर्ट के आदेश के विरुद्ध सराफा कारोबारी धन कुमार जैन ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। जिस पर अभी सुनवाई नहीं हुई थी।
20 साल से कर रहे थे चांदी के पायल का थोक काम
हत्या से व्यापारियों में रोष सोमवार को कारोबारी अवधेश अग्रवाल की हत्या पर व्यापारियों ने रोष जताया।अवधेश अग्रवाल 20 वर्ष से बिहार में चांदी की पायल का थोक का काम कर रहे थे। कारोबारी की हत्या पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापाार मंडल के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने कहा कि व्यापारी बाहर नहीं जाएगा तो वह काम कैसे करेगा। संगठन के मनोज अग्रवाल, निधि अग्रवाल, धीरज अग्रवाल, ऋषि गोयल ने पटना पुलिस से हत्याकांड का जल्द पर्दाफाश करने की मांग की।
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