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    नए साल का तोहफा, आगरा में यूपी का पहला फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स, एमएसएमई के लिए साबित होगा गेम चेंजर

    By Vidhyaram Narwar Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Mon, 29 Dec 2025 01:30 PM (IST)

    आगरा में उत्तर प्रदेश का पहला 'फ्लैटेड फैक्ट्री' कॉम्प्लेक्स लगभग 135 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है। यह 5 एकड़ में फैला 'प्लग एंड प्ले' मॉडल ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। उत्तर प्रदेश को 'वन ट्रिलियन डाॅलर' की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प के साथ योगी सरकार प्रदेश के औद्योगिक ढांचे को आधुनिक रूप दे रही है। इसी क्रम में ताजनगरी में उत्तर प्रदेश का पहला 'फ्लैटेड फैक्ट्री' काॅम्प्लेक्स बनकर तैयार हो रहा है।

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    लगभग 135 करोड़ रुपये की लागत से 5 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जा रहा यह प्रोजेक्ट सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअली इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास किया था, जिसका निर्माण अब अंतिम चरण में है। नए साल में योगी सरकार ताजनगरी को फ्लैटेड फैक्ट्री का उपहार देगी।

    तीन मंजिला आधुनिक काम्प्लेक्स की सबसे बड़ी विशेषता इसका 'प्लग एंड प्ले' माॅडल है। यहां उद्यमियों को फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन खरीदने या भवन निर्माण की लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। सरकार द्वारा बनी-बनाई फैक्ट्री (वर्कशेड) उपलब्ध कराई जाएगी, जहां उद्यमी अपनी मशीनें लगाकर तत्काल उत्पादन शुरू कर सकेंगे।

    इस काॅम्प्लेक्स में 200 से ज्यादा औद्योगिक इकाइयां एक साथ संचालित हो सकेंगी, जिससे गारमेंट्स, फुटवियर और हस्तशिल्प जैसे प्रदूषण मुक्त उद्योगों को बड़ी मजबूती मिलेगी।

    उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के अध्यक्ष राकेश गर्ग ने बताया कि आगरा के फाउंड्री नगर औद्योगिक क्षेत्र में फ्लैटेड फैक्ट्री का कार्य तेजी से चल रहा है। यहां 200 से अधिक इकाइयां शुरू होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 5 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।

     

    फ्लैटेड फैक्ट्री में लगेंगे प्रदूषण मुक्त उद्योग

    इसमें गारमेंट्स उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी। फुटवियर, एसी, कूलर, साइकिल, छोटे गैर मोटर चलित वाहन, चाय पैकिंग, ब्लॉक मेकिंग, प्रिंटिंग, हैंडलूम, कारपेट, चमड़े की कटिंग और सिलाई, इलेक्ट्रिक लैंप, कढ़ाई, मैन्युफैक्चरिंग, आईटी इंडस्ट्री, लाइट इंजीनियरिंग सहित वह उद्योग लगेंगे जिनसे प्रदूषण नहीं होता है।