बहू पर गलत नजर... बेटे की हत्या कर जख्म पर रख दिया जिंदा कारतूस, 4 महीने तक पुलिस को भी नहीं लगी भनक; ऐसे खुला राज
आगरा में एक पिता ने अपने बेटे की चाकू मारकर हत्या कर दी और उसे आत्महत्या दिखाने की कोशिश की। पुलिस जांच में पता चला कि चरन सिंह अपनी बहू पर गलत नजर रखता था जिसका पुष्पेंद्र ने विरोध किया था। होली पर घर आने पर पिता-पुत्र के बीच झगड़ा हुआ जिसके बाद चरन सिंह ने नशे में पुष्पेंद्र की हत्या कर दी।

जागरण संवाददाता, आगरा। सीने में चाकू मारकर बेटे की हत्या की। इसके बाद जख्म में जिंदा कारतूस और बगल में तमंचा रख दिया। पिता ने तमंचे से गोली मारकर बेटे की आत्महत्या की कहानी सुनाई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखकर पुलिस चौंक गई। इसके बाद साक्ष्य जुटाना शुरू कर दिए। चार माह बाद मजबूत साक्ष्य जुटाकर पुलिस ने आरोपित पिता को जेल भेज दिया।
14 मार्च को 26 वर्षीय पुष्पेंद्र चौहान की अस्पताल में मौत हुई थी। पिता चरन सिंह ने पुलिस को बताया कि पुष्पेंद्र अपनी पत्नी नीलम के साथ मथुरा में रहता था। होली पर वह घर आया था। पुष्पेंद्र की मां की मौत पहले ही हो चुकी थी। घर में पिता के अलावा पुष्पेंद्र की दादी चंद्रवती भी मौजूद थीं। पिता द्वारा सुनाई गई आत्महत्या की संदेहास्पद कहानी के बाद जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पुलिस चौंक गई।
पुष्पेंद्र के सीने में दो सेंटीमीटर का जख्म था। गोली लगने से ऐसा जख्म नहीं होता। जख्म में अंदर कारतूस मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने से मौत का मामला नहीं निकला। इसमें कहा गया कि मौत धारदार हथियार से हुए जख्म से अत्यधिक रक्तस्राव से हुई है। पुलिस ने पिता और दादी से पूछताछ की थी। उन्होंने कुछ नहीं बताया था।
एसआई भानु प्रताप की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि हत्या की जांच में सामने आया कि चरन सिंह बहू पर गलत नजर रखता था। बेटे पुष्पेंद्र को इसकी भनक लग गई तो वह पत्नी के साथ मथुरा रहने लगा। होली पर जब वह घर आया तो पिता ने इस बात पर क्लेश किया कि अकेला क्यों आया। पिता-पुत्र दोनों नशे में थे। पिता ने गुस्से में चाकू से प्रहार करके बेटे की हत्या कर दी थी। इसके बाद कारतूस जख्म के अंदर डाल दिया था। पास में तमंचा भी रख दिया। इसके बाद पुलिस को बेटे द्वारा आत्महत्या किए जाने की कहानी सुनाई।
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