आगरा के इस इलाके में हवा सबसे ज्यादा प्रदूषित, सांस रोगियों को हो रही परेशानी
आगरा के एक क्षेत्र में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है, जिससे सांस के मरीजों को भारी तकलीफ हो रही है। औद्योगिक इकाइयों और वाहनों के धुएं को प्रदूषण का मुख्य कारण माना जा रहा है। प्रदूषण के चलते सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं। प्रशासन ने कुछ कदम उठाए हैं, पर स्थिति अभी भी चिंताजनक है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, आगरा। सर्दी से पहले ही वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है। शुक्रवार रात सात बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 142 दर्ज किया गया। इसमें भी सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा आवास विकास सेक्टर तीन बी की रही, यहां एक्यूआइ 183 पहुंच गया।
वहीं, वायु प्रदूषण बढ़ने के साथ ही दीपावली के लिए घरों में चल रही सफाई के चलते सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। अस्थमा अटैक पड़ने पर मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।
सुबह और रात में सर्द हवा चल रही है, इससे प्रदूषक तत्व निचली सतह पर आ गए हैं। वहीं, दीपावली के चलते वाहनों का आवागमन बढ़ने, मेट्रो के निर्माण कार्य के चलते वातावरण में धूल कण के साथ ही सूक्ष्म कण की मात्रा बढ़ने लगी है। एक्यूआइ का सामान्य स्तर 50 है, रात सात बजे एक्यूआइ बढ़कर 142 तक पहुंच गया।
इसमें भी आवास विकास कालोनी का एक्यूआइ सबसे ज्यादा 183 दर्ज किया गया। सबसे कम एक्यूआइ मनोहरपुर में 92 दर्ज किया गया। एसएन के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डा. संतोष कुमार ने बताया कि ओपीडी में 300 तक मरीज आ रहे हैं। इसमें से 30 प्रतिशत मरीज ऐसे आ रहे हैं जिनको सूक्ष्म कण, धूल कण और घर के अंदर के प्रदूषक तत्वों से सांस नलिकाओं में सिकुड़न आने से सांस उखड़ रही है।
यह भी पढ़ें- आगरा में बाजार जा रहे मां-बेटे को सड़क पर गिराकर पीटा, जांच में जुटी पुलिस
दीपावली पर घर की सफाई से सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की तबीयत बिगड़ रही है। ज अस्थमा अटैक की समस्या के साथ आ रहे मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। साथ ही सांस लेने में परेशानी होने पर अस्थमा, क्रोनिक आब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीजी (सीओपीडी) सहित सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की इन्हेलर की डोज बढ़ाई पड़ रही है।
सुबह और रात में चल रही ठंडी हवा
मौसम का मिजाज भी बदलने लगा है। सुबह और रात में ठंडी हवा चल रही है। वहीं, दोपहर में तेज धूप निकल रही है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री से कम 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
ये करें
- अस्थमा, सीओपीडी, सांस संबंधी बीमारी के साथ ही ह्रदय रोगी और मधुमेह रोगी घर की सफाई ना करें
- जिस कमरे में सफाई हो रही है उसमें ना रहें, खुली जगह पर चले जाएं या अलग कमरे में रहें
- सफाई के दौरान मास्क का इस्तेमाल करें
- सांस लेने में परेशानी होने पर डाक्टर से परामर्श लेकर इन्हेलर की डोज बढ़वा लें
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।