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    Third Rail Track: तीसरी रेल लाइन के लिए आगरा में कीठम से भाड़ई तक कटेंगे 2263 पेड़

    By Prateek GuptaEdited By:
    Updated: Sun, 31 Jan 2021 12:21 PM (IST)

    मथुरा से झांसी तक बनाई जा रही तीसरी रेलवे लाइन के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 4108 पेड़ काटने की अनुमति प्रदान कर दी है। इसके तहत मथुरा में 1839 पेड़ काट जाएंगे जबकि आगरा जिले में 2263 पेड़ काटे जाएंगे।

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    तीसरी रेल लाइन बिछाने के लिए हजारों पेड़ों पर आरी चलेगी।

    आगरा, जागरण संवाददाता। मथुरा से झांसी तक बनाई जा रही तीसरी रेलवे लाइन के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 4108 पेड़ काटने की अनुमति प्रदान कर दी है। इसके तहत मथुरा में 1839 पेड़ काट जाएंगे, जबकि आगरा जिले में 2263 पेड़ काटे जाएंगे। आगरा में कीठम से भाड़ई जाने वाली बाइपास रेल लाइन के रास्ते में आने वाले पेड़ काटे जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद अब वन विभाग से अनुमति मिलने के बाद पेड़ों को काटने का काम शुरू होगा।

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    मथुरा से झांसी तक तीसरी रेलवे लाइन के बीच 4108 पेड़ों को काटने की सुप्रीम कोर्ट ने अनुमति दे दी है। अब इसके बाद तीसरी रेल लाइन के काम में तेजी आएगी। तीसरी रेल लाइन बनने से ट्रेनों की रफ्तार में तेजी आएगी। इससे यात्रियों को सुविधा होगी। मथुरा से झांसी के बीच रेलवे ट्रैक पर 100 से ज्यादा ट्रेनें दौड़ती हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में मालगाड़ियां भी गुजरती हैं। ऐसे में ट्रैक व्यस्त रहता है। गतिमान, शताब्दी, राजधानी जैसी ट्रेनों को निकालने के लिए दूसरी ट्रेनों को खड़ा करना पड़ता है। वहीं, मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को गुजारने के लिए मालगाड़ियों को लूप लाइन पर खड़ा करना पड़ता है। तीसरी लाइन बनने के बाद ट्रैक पर दबाव कम होगा। इससे ट्रेनों की रफ्तार बढे़गी। तीसरी रेल लाइन का निर्माण 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के हिसाब से किया जा रहा है। तीसरी रेल लाइन आगरा शहर में होकर नहीं गुजरेगी। राजा की मंडी औरा आगरा कैंट स्टेशन पर तीसरी लाइन के लिए जमीन न होने के कारण इसे कीठम से बाइपास किया जाएगा। यह लाइन कीठम से भाड़ई स्टेशन तक बाइपास बनेगी। बाइपास रेल लाइन की दूरी 26 किमी की होगी।

    आगरा से झांसी गतिमान की बढे़गी रफ्तार

    देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन गतिमान की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटा है। दिल्ली से आगरा तक तो गतिमान इसी रफ्तार से आती है, लेकिन आगरा से झांसी के बीच ट्रैक गतिमान के मुफीद न होने के चलते इसकी रफ्तार कम हो जाती है। ऐसे में तीसरी लाइन के बनने से गतिमान झांसी तक 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकेगी। इसके अलावा राजधानी, शताब्दी और मेल-एक्सप्रेस की गति में भी इजाफा होगा। आगरा रेल मंडल के पीआरओ एसके श्रीवास्तव का कहना है कि तीसरी लाइन से यात्री ट्रेनों के साथ मालगाड़ियों की रफ्तार भी बढे़गी। अभी यात्री ट्रेनों को गुजारने के लिए मालगाड़ी को रोक दिया जाता है, लेकिन जब तीसरा ट्रैक होगा तो मालगाड़ी काे रास्ता मिलेगा। इससे मालगाड़ियां समय पर पहुंचेंगी और उनकी फ्रीक्वेंसी में भी बढ़ोतरी होगी। इसके साथ अगर कभी कोई दुर्घटना या ट्रैक फ्रेक्चर होता है तो तब भी तीसरी लाइन का फायदा मिलेगा।