रग-रग में बसती है भारतीयता
जागरण संवाददाता, आगरा: यह देवभूमि है। यहां की माटी की खुशबू ही ऐसी है कि सात समंदर पार जाने पर भी लो
जागरण संवाददाता, आगरा: यह देवभूमि है। यहां की माटी की खुशबू ही ऐसी है कि सात समंदर पार जाने पर भी लोग बरबस यहां खिंचे चले आते हैं। ऐसे ही हैं फ्रांस निवासी डेंजिल कोइलो। फ्रांस में 44 बसंत देख चुके यह शख्स हर दूसरे वर्ष भारत की पवित्र धरा पर अपने मित्रों को घुमाने के लिए ले आते हैं। उनकी रग-रग में आज भी भारतीयता बसती है।
फ्रांस निवासी डेंजिल कोइलो अपने मित्रों के साथ शुक्रवार को आगरा पहुंचे। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से डेंजिल दिसंबर, 1970 में फ्रांस चले गए थे। एयर इंडिया के प्रतिनिधि के रूप में फ्रांस गए डेंजिल ने लियोन को अपनी कर्मभूमि बना लिया। मगर अपनी जन्म भूमि से उनका जुड़ाव कभी खत्म नहीं हुआ। 31 वर्ष तक ट्रैवल्स एजेंसी चलाने के बाद वह पिछले छह वर्षो से फार्महाउस में खेती कर रहे हैं। डेंजिल ने बताया कि भारतभूमि सबसे बढ़कर है। अन्य देशों से इसकी तुलना नहीं की जा सकती। हर दो वर्षो के अंतराल पर भारत आने वाले डेंजिल कहते हैं कि उन्हें अब पैसे की कोई चाह नहीं। मगर मित्रों का अनुरोध और देश की माटी की खुशबू उन्हें बार-बार यहां खींच लाती है। उन्हें आगरा का खाना पसंद है। यहां आने पर वह बेड़ई खाना कभी नहीं भूलते।
हर बार एक ही होटल
डेंजिल जब भारत भ्रमण के दौरान आगरा आते हैं तो वह होटल क्लार्क शीराज में ही रुकते हैं। होटल के स्टाफ को वह व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। शुक्रवार को भी वह होटल स्टाफ से गर्मजोशी से मिले और उनसे हालचाल पूछा। पुराने स्टाफ की भी जानकारी की।
जबान पर कायम रहें पर्यटन मंत्री
डेंजिल कोइलो ने बताया कि भारत में ई-वीजा लागू किया जाना चाहिए। केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्रीपाद नाइक ने 31 दिसंबर तक ई-वीजा शुरू करने की बात कही है। उन्हें अपनी जुबान पर कायम रहना चाहिए।