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    झारखंड शराब घोटाला में जांच तेज, देसी शराब 'टंच' के निदेशक उमाशंकर से ACB ने की पूछताछ

    Updated: Fri, 13 Jun 2025 08:35 AM (IST)

    रांची में एसीबी ने देसी शराब कंपनी श्री लैब ब्रिवरीज के निदेशक उमाशंकर सिंह से छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया के साथ संबंधों को लेकर पूछताछ ...और पढ़ें

    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, रांची। एसीबी ने गुरुवार को देसी शराब निर्माता कंपनी श्री लैब ब्रिवरीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक उमाशंकर सिंह से पूछताछ की।

    उमाशंकर सिंह पर छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया से कारोबारी संबंध रखने का आरोप है। उनकी कंपनी श्री लैब ब्रिवरीज प्राइवेट लिमिटेड ट्रेड नेम टंच के नाम से देसी शराब का निर्माण करती है।

    एसीबी को अब तक की छानबीन में यह जानकारी मिली है कि छत्तीसगढ़ का शराब कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया उमाशंकर सिंह के साथ मिलकर राज्य में मई 2022 से लागू उत्पाद नीति के दौरान शराब का खूब धंधा किया।

    शराब घोटाला मामला उजागर होने के बाद अब एसीबी आपराधिक साजिश में सिद्धार्थ सिंघानिया के साथ-साथ उमाशंकर सिंह को भी भागीदार मान रही है और इसी उद्देश्य से उनसे गुरुवार को पूछताछ की गई है।

    उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के दो पूर्व अधिकारी एसीबी की रिमांड पर

    उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के दो पूर्व अधिकारी गुरुवार से एसीबी की रिमांड पर हैं। इन अधिकारियों में विभाग के पूर्व महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास व पूर्व महाप्रबंधक वित्त सह अभियान सुधीर कुमार शामिल हैं।

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    एसीबी ने इन दोनों ही अधिकारियों को 21 मई को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही ये न्यायिक हिरासत में हैं। इन अधिकारियों पर भी आरोप है कि इनलोगों ने विभाग के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे व संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची।

    अयोग्य प्लेसमेंट एजेंसियों को राज्य की खुदरा शराब दुकानों के लिए मैनपावर आपूर्ति का ठेका दिलाया। फर्जी बैंक गारंटी देने वाली दो प्लेसमेंट एजेंसियों को भी काम दिलवाया। इससे राज्य सरकार को करीब 38 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचा है।