वो वेबसाइट जो प्यार ढूंढ रही थी, दुनिया का मनोरंजन बन गई: 20 साल में यूं बदला यूट्यूब
क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे बड़े वीडियो प्लेटफॉर्म की शुरुआत एक डेटिंग साइट के तौर पर हुई थी। जब तीन दोस्तों स्टीव चेन, चाड हर्ले और जावेद करीम ने 2005 में इसे बनाया था तो शुरुआत में यह एक डेटिंग साइट थी, लेकिन आज यह दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो प्लेटफॉर्म बन चुका है।
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वो वेबसाइट जो प्यार ढूंढ रही थी, दुनिया का मनोरंजन बन गई
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। जब भी वीडियो प्लेटफॉर्म की बात आती है तो सबसे पहले दिमाग में YouTube का नाम आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे बड़े वीडियो प्लेटफॉर्म की शुरुआत एक डेटिंग साइट के तौर पर हुई थी। जी हां, जब तीन दोस्तों स्टीव चेन, चाड हर्ले और जावेद करीम ने 2005 में इसे बनाया था तो शुरुआत में यह एक डेटिंग साइट थी, लेकिन आज यह दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो प्लेटफॉर्म बन चुका है। हाल ही में YouTube ने अपने 20 साल पूरे किए हैं, तो आइए जानते हैं 20 सालों के इस दिलचस्प सफर के बारे में और साथ ही यह भी जानते हैं कि कैसे यह प्लेटफॉर्म आज दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो प्लेटफॉर्म बन गया है।
डेटिंग साइट से बना वीडियो प्लेटफॉर्म
आपको जानकर हैरानी होगी कि यूट्यूब को 2005 में डेटिंग साइट के तौर पर लॉन्च किया गया था और इसकी टैगलाइन 'Tune In, Hook Up' थी। इसे Match.com जैसी वेबसाइट जैसा बनाया गया था। कंपनी ने Craigslist पर 20 डॉलर खर्च करके प्लेटफार्म से महिला यूजर्स को जोड़ने का भी ट्राई किया, लेकिन यह आईडिया पूरी तरह से फ्लॉप हो गया। इसी बीच 2004 के सुपर ब्राउजर इवेंट में हुए विवाद ने लोगों को वीडियो शेयर करने का तरीका ढूढ़ने पर मजबूर कर दिया। यहीं से यूट्यूब की असल शुरुआत हुई और यह एक ओपन वीडियो प्लेटफॉर्म बन गया।
अपलोड हुआ पहला वीडियो फिर...
जावेद करीम ने यूट्यूब पर पहला वीडियो अपलोड किया था। इस वीडियो का टाइटल Me at the Zoo था जिसे आज 360 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है। 2005 के आखिर तक इस प्लैटफॉर्म पर Charlie Bit My Finger और वॉर के क्लिप अपलोड किए गए। इसके अलावा, प्लैटफॉर्म पर पायरेटेड शो की भरमार हो गई और यूट्यूब तेजी से पॉपुलर होने लगा। हालांकि, इस दौरान कानूनी परेशानियां भी शुरू हो गई। बड़ी-बड़ी मीडिया कंपनियों ने यूट्यूब के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन के मामले दर्ज किए, लेकिन इसके बावजूद इस प्लैटफॉर्म की पॉपुलैरिटी दिन-ब-दिन बढ़ती गई।
फिर गूगल ने पकड़ा यूट्यूब का हाथ
दूसरी तरफ, गूगल भी अपने Google Video प्लेटफॉर्म को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा था, लेकिन गूगल वीडियो यूट्यूब से काफी पीछे था, जिसके बाद आखिरकार नवंबर 2006 में गूगल ने यूट्यूब को 1.65 बिलियन डॉलर में खरीद लिया। इसके बाद 2007 में यूट्यूब ने कंटेंट आईडी और यूट्यूब पार्टनर प्रोग्राम पेश किया, जिससे क्रिएटर को अपने वीडियो से कमाई करने का अवसर मिला। यहीं से यूट्यूब ने एक नई उड़ान भरी और गूगल ने इसका हाथ थामकर इसकी पूरी किस्मत ही बदल दी।
कोरोना ने दिया यूट्यूब को बूस्ट
कोविड-19 महामारी के दौरान YouTube और भी ज्यादा पॉपुलर हो गया। लॉक डाउन की वजह से लोग घर में बैठे दिनभर फिटनेस, एजुकेशन, कुकिंग और न्यूज कंटेंट बहुत ज्यादा देखने लगे। इसी की वजह से YouTube का ऐड रेवेन्यू भी 2019 में 15 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2021 में 28.8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। आज 3 मिलियन से ज्यादा क्रिएटर YouTube पार्टनर प्रोग्राम से जुड़े हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि 2025 तक यूट्यूब पर करीब 19.4 बिलियन वीडियो अपलोड हो चुके होंगे।
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