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    क्या है मेटा का ‘सुपरइंटेलिजेंस’? जिसके लिए जुकरबर्ग दे रहे करोड़ों रुपये सैलरी

    Updated: Wed, 11 Jun 2025 10:28 AM (IST)

    मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) बनाने की तैयारी में हैं जो इंसानों से भी ज्यादा समझदार होगा। इसके लिए जुकरबर्ग खुद एक नई सुपरइंटेलिजेंस टीम बना रहे हैं और इंडस्ट्री के टॉप AI टैलेंट को करोड़ों रुपये की सैलरी ऑफर कर रहे हैं। AGI एक ऐसी एडवांस AI टेक्नोलॉजी है जो इंसानों की तरह सोच सकती है और फैसला ले सकती है।

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    क्या है मेटा का ‘सुपरइंटेलिजेंस’? जिसके लिए जुकरबर्ग दे रहे करोड़ों रुपये सैलरी

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों कई बड़ी टेक दिग्गज कंपनियां AI की रेस में दौड़ रही हैं। हाल ही में गूगल ने अपने कई ऐसे AI फीचर्स की घोषणा की जो आने वाले वक्त में सर्च एक्सपीरियंस को पूरी तरह बदलने वाले हैं लेकिन इसी बीच मेटा के CEO ने भी टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बार फिर हलचल पैदा कर दी है। दरअसल, मार्क ज़ुकरबर्ग AI को नेक्स्ट लेवल पर ले जाना चाहते हैं और अब वह आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस यानी AGI तैयार कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि ये AI इंसानों से भी ज्यादा समझदार होने वाला है और इसे बनाने के लिए कंपनी के CEO खुद इस रेस में उतर चुके हैं।

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    बता दें कि गूगल भी AGI तैयार कर रहा है जिसकी जानकारी हमें हाल ही में कंपनी ने अपने Google I/O 2025 इवेंट के दौरान दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ज़ुकरबर्ग खुद एक नई सुपरइंटेलिजेंस टीम बना रहे हैं, जिसे वो सीधे मॉनिटर करेंगे और इसके लिए उन्होंने इंडस्ट्री के टॉप AI टैलेंट को नौ-फिगर यानी करोड़ रुपये तक सैलरी ऑफर की है। चलिए पहले जान लेते हैं कि आखिर ये AGI है क्या...

    पहले समझिए क्या है ये AGI

    अगर आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस यानी AGI को आसान भाषा में समझें तो यह एक ऐसी एडवांस AI टेक्नोलॉजी है, जो इंसानों की तरह न सिर्फ सोच सकती है, बल्कि इससे भी कई ज्यादा बेहतर काम कर सकती है। इस AI में अच्छी समझ और फैसला लेने की क्षमता होती है। फिलहाल ये एक थ्योरेटिकल कॉन्सेप्ट है और एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसे हकीकत बनने में अभी लंबा वक्त लगने वाला है, लेकिन ज़ुकरबर्ग इसे जल्दी तैयार करना चाहते हैं।

    ज़ुकरबर्ग ने खुद उठाया जिम्मा

    Bloomberg की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ज़ुकरबर्ग मेटा की मौजूदा AI से बहुत ज्यादा खुश नहीं हैं। इसलिए उन्होंने अब खुद इसकी कमान संभालने का फैसला लिया है। ज़ुकरबर्ग इस प्रोजेक्ट को लीड करने वाले हैं और टॉप AI इंजीनियर्स को अपने घर Lake Tahoe और Palo Alto पर बुलाकर पर्सनली उन्हें कंपनी जॉइन करने के लिए मना रहे हैं।

    रिपोर्ट में ऐसा भी बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने ऑफिस में भी कई बदलाव किए हैं ताकि नई सुपरइंटेलिजेंस टीम उनके करीब बैठ सके। बता दें कि मेटा का मुकाबला सीधे OpenAI और Google DeepMind यानी Gemini मॉडल्स के डेवलपर से है। यही कारण है कि Meta इन दिनों इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन टैलेंट को अपनी तरफ खींचने के लिए इतनी ज्यादा सैलरी दे रहा है।

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