ChatGPT की पोल खोलेगा GPTZero, चीटिंग कर रहे स्टूडेंट्स का पता लगा सकेंगे टीचर
ChatGPT भले ही काफी चर्चा में हो लेकिन इसे काफी शैक्षिक संस्थानों में बैन कर दिया गया है। इसका कारण यह है कि ये बिल्कुल इंसानों की तरह जवाब देता है। आज हम आपको ऐसी तकनीक के बारे में बताएंगे जो आपको GPT द्वारा दिए गए जबाव का पता लगाएगा।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। बीते कुछ समय से ChatGPT काफी चर्चा में है, इसका सबसे बड़ा कारण है कि यह बिल्कुल इंसानों की तरह जवाब देता है। इतना ही नहीं यह आपको यह भी बता सकता है कि अगला सवाल क्या हो सकता है। आम जीवन में भले ही यह हमें प्रभावित ना करें, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में इसका बुरा असर हो सकता है। इसलिए इस कई शैक्षिक संस्थान में इसे बंद कर दिया है। मगर अब आप इसके जवाबों का पता लगा सकते हैं। आइये इसके बारे में जानते हैं।
AI आधारित है ChatGPT
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च स्टार्टअप OpenAI की लेटेस्ट सर्विस ChatGPT नवंबर 2022 में रिलीज हुई, जिसके कुछ ही समय में यह काफी वायरल हो गई है। ChatGPT रियल टाइम में ईमेल, निबंध और कविता लिख सकता है। लोकप्रिय चैटबॉट इंसानों की तरह सवालों के जवाब भी दे सकता है और संकेत के आधार पर कोड की लाइनें भी उत्पन्न कर सकता है।
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शिक्षा प्रणाली के लिए बड़ी समस्या
अपनी शुरुआत के साथ ही ChatGPT पूरी शिक्षा प्रणाली के लिए एक चिंता का विषय रहा है, क्योंकि यह रीयल-टाइम टेक्स्ट उत्तरों को तुरंत बताने के लिए संकेतों को जनरेट कर सकता है। ये उत्तर इंसानों के के उत्तरों के इतने ज्यादा समान हैं कि आम यूजर्स के लिए इन उत्तरों के बीच अंतर करना मुश्किल है। इस कारण से भारत और विदेश दोनों में कई शैक्षणिक संस्थानों ने इस फ्री-फॉर-ऑल चैटबॉट के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
लेकिन अगर हम कहें कि आपके पास एक ऐसा विकल्प है, जो इस फर्क को आसानी से जान सकता है तो। जी हां GPTZero एक ऐसा ही टूल है, जिसे ChatGPT द्वारा उत्पन्न लेखन या उत्तरों का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया है।
क्या है GPTZero?
GPTZero टूल एडवर्ड टियान नाम के एक प्रिंसटन यूनिवर्सिटी सीनियर द्वारा बनाया गया है। यह टूल 98% से अधिक समय में ChatGPT द्वारा उत्पन्न कार्यों का सही पता लगा सकता है और शिक्षकों और अन्य लोगों के लिए निःशुल्क उपलब्ध है। GPTZero कई नए डिटेक्शन टूल्स में से एक है जो ChatGPT की शुरुआत के बाद से सामने आया है। टेक एंड लर्निंग की एक रिपोर्ट के अनुसार, टियान ने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने डिटेक्शन टूल बनाया, यह कैसे काम करता है और कैसे शिक्षक इसका उपयोग छात्रों को ChatGPT को अपनी कक्षाओं में धोखा देने से रोकने के लिए कर सकते हैं। रिपोर्ट का दावा है कि दुनिया भर के 20,000 से अधिक शिक्षकों ने GPTZero के साथ साइन अप किया है।
शिक्षक तक कैसे पहुंच सकते हैं GPTZero
शिक्षक GPTZero वेबसाइट से डिटेक्शन टूल के पायलट वर्जन को मुफ्त में एक्सेस कर सकते हैं। हालांकि, तियान ने शिक्षकों को यह भी सलाह दी है कि अगर किसी छात्र ने धोखा देने के लिए एआई का इस्तेमाल किया है, तो यह साबित करने के लिए इसके परिणामों का उपयोग न करें। उन्होंने यह भी बताया कि GPTZero की भी अपनी सीमाएं हैं।
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