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    अपनी Deepfake वीडियो से PM मोदी भी परेशान, बोले- एक वीडियो में मैं गरबा खेल रहा था

    PM Modi on Deepfake नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को डीप फेक बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटलीजेंस (AI) के दुरुपयोग को चिह्नित किया और कहा कि मीडिया को इस संकट के बारे में लोगों को शिक्षित करना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वोकल फॉर लोकल को लोगों का समर्थन मिला है। उन्होंने कहा कि छठ पूजा एक राष्ट्रीय पर्व बन गया है यह बहुत खुशी की बात है।

    By AgencyEdited By: Anand PandeyUpdated: Fri, 17 Nov 2023 01:30 PM (IST)
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    मीडिया को 'डीप फेक' संकट के बारे में लोगों को शिक्षित करना चाहिए। (फोटो- ANI)

    एजेंसी, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को 'डीप फेक' बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटलीजेंस (AI) के दुरुपयोग को चिह्नित किया और कहा कि मीडिया को इस संकट के बारे में लोगों को शिक्षित करना चाहिए। पार्टी मुख्यालय में भाजपा के दिवाली मिलन कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मोदी ने भारत को 'विकसित भारत' बनाने के अपने संकल्प का भी जिक्र किया और कहा कि ये केवल शब्द नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत है।

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    नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनकी ढेरों वीडियो वायरल हो रही हैं, जिनमें वो गाना गाते और गरबा खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया को डीप फेक वीडियो के बारे में लोगों को शिक्षित करना चाहिए।

    छठ पूजा पर कही ये बात

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि 'वोकल फॉर लोकल' को लोगों का समर्थन मिला है। मोदी ने आगे कहा कि COVID-19 महामारी के दौरान भारत की उपलब्धियों ने लोगों में विश्वास पैदा किया कि देश अब रुकने वाला नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि छठ पूजा एक 'राष्ट्रीय पर्व' बन गया है और यह बहुत खुशी की बात है।

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    डीप फेक पर सरकार जारी कर चुकी है नए निर्देश

    कुछ हफ्ते पहले इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने 24 घंटे के भीतर डीपफेक कंटेंट को हटाने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को सलाह जारी की। सरकार ने साफ कहा है कि ऐसा न करने पर भारतीय कानूनों के तहत आपराधिक और न्यायिक कार्रवाई की जाएगी।

    क्या है डीपफेक टेक्नोलॉजी

    इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नकली मीडिया बनाने के लिए वीडियो और अन्य डिजिटल कंटेंट में चेहरों की अदला-बदली करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, डीपफेक केवल वीडियो तक ही सीमित नहीं हैं, इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल अन्य फेक कंटेट जैसे इमेज, ऑडियो आदि बनाने के लिए भी किया जा सकता है।

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