ऑपरेशन स्पाइडर वेब: यूक्रेन ने रूस को दहलाने के लिए इस्तेमाल किया 20 साल पुराना सॉफ्टवेयर
यूक्रेन ने हाल ही में रूस के भीतर ऑपरेशन Spider Web नाम से एक बड़े पैमाने पर AI ड्रोन हमले को अंजाम दिया। इस कॉर्डिनेटेड ड्रोन अटैक ने रूस के एक-तिहाई से ज्यादा स्ट्रैटेजिक लॉन्ग-रेंज बॉम्बर्स को नष्ट कर दिया जो बेलाया ओलेन्या और इवानोवो में एयर बेस पर थे। यूक्रेन ने इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए लगभग 20 साल पुराने ओपन-सोर्स ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। यूक्रेन ने हाल ही में रूस के भीतर ऑपरेशन Spider Web नाम से एक बड़े पैमाने पर AI ड्रोन हमले को अंजाम दिया। इस कॉर्डिनेटेड ड्रोन हमले ने बेलाया, ओलेन्या और इवानोवो में मौजूद वायुसैनिक अड्डों पर तैनात रूस के एक तिहाई से ज्यादा स्ट्रैटेजिक लॉन्ग-रेंज बमवर्षक विमानों को नष्ट कर दिया, जो रूसी क्षेत्र में गहराई में थे और फ्रंटलाइन से दूर थे। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन ने इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए लगभग 20 साल पुराने ओपन-सोर्स ऑटोपायलट सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था।
404 Media की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये हमला ArduPilot से पावर्ड था, जो एक फ्री सॉफ्टवेयर सिस्टम है, जिसे शुरू में हॉबीस्ट्स ने रिमोट-कंट्रोल्ड एयरक्राफ्ट के लिए डेवलप किया था। ArduPilot को 2007 में WIRED के पूर्व एडिटर-इन-चीफ Chris Anderson ने लॉन्च किया था, जिन्होंने इसका पहला वर्जन Lego Mindstorms किट का उपयोग करके बनाया था।
Anderson ने बाद में Jordi Munoz और Jason Short के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को बेहतर किया, जो बाद में एक कम्युनिटी-ड्रिवेन ऑटोनॉमस ड्रोन फ्लाइट प्लेटफॉर्म बन गया। हमले के बाद एक LinkedIn पोस्ट में Anderson ने खुलासा किया कि ArduPilot सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया था।
18 years after @Jrdmnz @jason4short and I created ArduPilot, here it is destroying large parts of the Russian air force. Crazy https://t.co/2SfPQHrcuA
— Chris Anderson (@chr1sa) June 1, 2025
मूल रूप से Arduino हार्डवेयर के साथ काम करने के लिए डिजाइन किया गया ArduPilot अब एक मजबूत प्लेटफॉर्म में अपग्रेड हो चुका है, जो ड्रोन, बोट, सबमरीन और यहां तक कि रोवर्स को गाइड कर सकता है। ये ड्रोन पायलट्स को GPS-गाइडेड वेवपॉइंट्स सेट करने, ऑटोमेटेड टेक-ऑफ और लैंडिंग करने और हवा में क्राफ्ट को स्टेबल रखने की सुविधा देता है। हालांकि, ये सॉफ्टवेयर शांतिपूर्ण और मनोरंजक उद्देश्यों के लिए बनाया गया था- जैसे सर्च एंड रेस्क्यू, एग्रीकल्चरल यूज या 3D मैपिंग- लेकिन युद्ध में इसके इस्तेमाल ने इसके मिलिट्री यूज को दिखाया है।
प्रोजेक्ट की वेबसाइट पर बताया गया है कि ArduPilot को एक ग्लोबल कम्युनिटी मेंटेन करती है और ये एथिकल डेवलपमेंट पर जोर देती है, जिसमें कहा गया है कि इसका मिशन 'सभी के शांतिपूर्ण लाभ' के लिए टूल्स बनाना है। इसमें ये भी शामिल है कि ये जानबूझकर हथियारीकरण का समर्थन नहीं करता। लेकिन, ओपन-सोर्स होने के कारण सॉफ्टवेयर को कोई भी स्वतंत्र रूप से मॉडिफाई और रीपर्पज कर सकता है।
ऑनलाइन शेयर किए गए यूक्रेन के ऑपरेशन Spider Web के वीडियो फुटेज में ड्रोन ArduPilot का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन की Security Service (SBU) ने क्वाडकॉप्टर्स को रूसी क्षेत्र में ट्रकों और स्टोरेज शेड्स में छिपाकर स्मगल किया। ट्रिगर होने पर, इन छिपे हुए डिब्बों की छतें खुल गईं, जिससे विस्फोटकों से लदे ड्रोन रिलीज हुए।
कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि Starlink जैसे सैटेलाइट सिस्टम्स पर निर्भर रहने की जगह, जो अक्सर जाम या ट्रैक किए जाते हैं- इन छोटे ड्रोन्स ने रूसी मोबाइल नेटवर्क्स पर कम्युनिकेशन के लिए बेसिक मोडेम और Raspberry Pi जैसे बोर्ड्स का इस्तेमाल किया। ऑपरेशन के दौरान, ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर ArduPilot ने हाई लेटेंसी के बावजूद ड्रोन्स के स्टेबिलाइजेशन और फ्लाइट कंट्रोल को सुनिश्चित करने में मदद की।
यूक्रेनी राष्ट्रपति Volodymyr Zelensky ने खुलासा किया कि इस ऑपरेशन में 117 ड्रोन शामिल थे और पुष्टि की कि ये हमला एक साल से ज्यादा समय से प्लानिंग में था। उन्होंने X पर एक पोस्ट में कहा,'एयर बेस पर तैनात 34 प्रतिशत स्ट्रैटेजिक क्रूज मिसाइल कैरियर्स को निशाना बनाया गया। हमारे कर्मियों ने रूस के कई क्षेत्रों में तीन अलग-अलग टाइम जोन्स में ऑपरेशन किया' 'और जिन लोगों ने हमारी मदद की, उन्हें ऑपरेशन से पहले रूसी क्षेत्र से निकाल लिया गया; वे अब सुरक्षित हैं।'
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