उबर राइड के दौरान नहीं करनी पड़ेगी किच-किच, यात्रियों और ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए आया खास फीचर
Uber ने यात्रियों और ड्राइवरों की सुरक्षा के लिए इन-ऐप वीडियो रिकॉर्डिंग फीचर शुरू किया है। यह फीचर यात्रा के दौरान ड्राइवर और यात्री दोनों की गतिविधियों को रिकॉर्ड करेगा। दिल्ली-एनसीआर में ड्राइवरों को झूठे आरोपों से बचाने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने में यह मददगार होगा। रिकॉर्डिंग डबल एन्क्रिप्टेड होगी और विवाद की स्थिति में सबूत के तौर पर इस्तेमाल की जा सकेगी। यह सुविधा वर्तमान में भारत के कई शहरों में उपलब्ध है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। पॉपुलर कैब सर्विस प्रोवाइडर Uber ने यात्रियों और ड्राइवर की सुविधा के लिए नया फीचर जोड़ा है। कंपनी ने इन-ऐप वीडियो रिकॉर्डिंग फीचर रोल आउट किया है। यह फीचर राइड के दौरान ड्राइवर और यात्रियों दोनों एक्टिविटी को रिकॉर्ड करेगा। यह फीचर डैशकैम की तरह काम करेगा, जो कार के अंदर की बातें रिकॉर्ड करेगा, जिससे यह मॉनिटर किया जा सकेगा कि राइड के दौरान किसकी गलती थी।
TechCrunch की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में कई उबर ड्राइवरों को अक्सर यात्रियों दुर्व्यवहार और झूठे आरोपों का सामना करना पड़ता था। इसके साथ ही कुछ ऐसे मामले भी सामने आते हैं। इसके चलते ड्राइवरों को जुर्माना देना पड़ता था। कई बार तो उनका अकाउंट ही बंद कर दिया जाता था। अब इन-ऐप वीडियो रिकॉर्डिंग के फीचर के साथ पूरी पारदर्शिता के साथ ड्राइवर और यात्री के व्यवहार को रिकॉर्ड किया जा सकेगा, जिससे दोनों की सुरक्षा संभव हो पाएगी।
TechCrunch की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में कई उबर ड्राइवरों को अक्सर यात्रियों दुर्व्यवहार और झूठे आरोपों का सामना करना पड़ता था। इसके साथ ही कुछ ऐसे मामले भी सामने आते हैं। इसके चलते ड्राइवरों को जुर्माना देना पड़ता था। कई बार तो उनका अकाउंट ही बंद कर दिया जाता था। अब इन-ऐप वीडियो रिकॉर्डिंग के फीचर के साथ पूरी पारदर्शिता के साथ ड्राइवर और यात्री के व्यवहार को रिकॉर्ड किया जा सकेगा, जिससे दोनों की सुरक्षा संभव हो पाएगी।
ड्राइवरों को मिलेगी मदद
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि कुछ ड्राइवरों का तो यह भी कहना था कुछ महिला यात्री जो देर रात में ट्रेवल करती हैं। अक्सर वे रूट बदलने के लिए कहती हैं जो मैप पर नहीं होता है। इसके साथ ही ड्रॉप लोकेशन भी वह नहीं होती जो उन्होंने राइड बुक करते समय डाली होती है। जब ड्राइवर ऐसा करने से मना करते हैं तो वे धमकाती हैं या फिर गलत शिकायत दर्ज करवा देती हैं। माना जा रहा है कि उबर का यह फीचर ड्राइवरों के लिए बड़े काम का हो सकता है।
उबर का नया फीचर इन-ऐप वीडियो रिकॉर्डिंग को किसी भी विवाद की स्थिति में सबूत के तौर पर काम आ सकता है। यह फीचर उबर ड्राइवरों को झूठे आरोप से बचा सकता है। इसके साथ ही कुछ मामलों में यह फीचर यात्रियों की सुरक्षा में भी मददगार हो सकता है। रिकॉर्डिंग के दौरान यात्रियों को ऐप में इसकी सूचना दी जाएगी, जिससे यात्री और ड्राइवरों के बीच ट्रांसपेरेंसी बनी रहेगी। ये वीडियो डबल एन्क्रिप्टेड होंगे और ड्राइवर के डिवाइस पर स्टोर होंगे। ऊबर इन वीडियो को तब तक एक्सेस नहीं कर पाएंगे जब तक यूजर्स सिक्योरिटी प्रोटोकॉल के तहत इन्हें शेयर नहीं करेंगे। अगर वीडियो शेयर नहीं किया जाएगा तो एक हफ्ते के अंदर वे डिलीट हो जाएंगे।
मई से शुरू हो गई थी टेस्टिंग
उबर के वीडियो रिकॉर्डिंग फीचर का पायलट वर्जन मई 2025 में शुरू हुआ था। अब कंपनी ने भारत के अलग-अलग हिस्सों में इस फीचर को रोलआउट करना शुरू कर दिया है। उबर का यह फीचर फिलहाल दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, चंड़ीगढ़, कोलकाता, जयपुर और लखनऊ में उपलब्ध है।

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