भारत में Starlink की क्या होगी कीमत, मिलेगी कितनी स्पीड? लॉन्च से पहले ही सामने आ गई डिटेल
Starlink जल्द ही भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने जा रहा है। इस सर्विस को लेकर भारत में काफी दिनों से चर्चा है। इस सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों को खासतौर पर फायदा होगा जहां इंटरनेट सीमित मात्रा में है या काफी कमजोर नेटवर्क के साथ उपलब्ध है। फिलहाल संभावित लॉन्च से पहले सर्विस की कीमत और स्पीड का खुलासा हुआ है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Starlink भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने के और करीब आ गया है और अब यूजर्स के लिए प्राइसिंग, स्पीड और अवेलेबिलिटी को लेकर ज्यादा क्लैरिटी सामने आई है। प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Starlink हाई-स्पीड इंटरनेट 3,000 रुपये प्रति माह की कीमत पर ऑफर करेगा। हालांकि, शुरुआत में ये सर्विस बड़े पैमाने पर उपलब्ध नहीं होगी। ये पूरे देश में अधिकतम 20 लाख यूजर्स तक सीमित रहेगी। रोलआउट को खासकर दूर-दराज़ और ग्रामीण इलाकों के लिए कनेक्टिविटी सॉल्यूशन के रूप में पेश किया जा रहा है, जहां पारंपरिक ब्रॉडबैंड नेटवर्क या तो कमजोर हैं या मौजूद ही नहीं हैं। भारत में इंटरनेट स्पीड 25 Mbps से 220 Mbps के बीच रहने की उम्मीद है।
इस अपडेट की पुष्टि टेलीकॉम राज्यमंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर ने की, जिन्होंने बताया कि Starlink को भारत में ऑपरेट करने की मंजूरी मिल चुकी है। ये नेटवर्क लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) सैटेलाइट्स का इस्तेमाल करेगा और मौजूदा टेलीकॉम ऑपरेटर्स जैसे Jio, Airtel, या BSNL के साथ डायरेक्ट कॉम्पिटीशन की बजाय कॉम्प्लिमेंट्री रोल निभाएगा- खासकर शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में, जहां इन प्रोवाइडर्स की पहले से मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है।
हालांकि Starlink ने अभी तक अपने इंडिया लॉन्च की ऑफिशियल डेट की घोषणा नहीं की है, रिपोर्ट्स के मुताबिक ये सेवा अगले कुछ महीनों में, संभवतः 2025 के अंत तक शुरू हो सकती है। प्री-ऑर्डर जल्द शुरू हो सकते हैं, जिसमें यूजर्स को कनेक्शन बुक करने के लिए एडवांस पेमेंट करना पड़ सकता है। मंथली सब्सक्रिप्शन 3,000 रुपये से 4,200 रुपये के बीच हो सकता है, जो लोकेशन और यूसेज पर डिपेंड करेगा। हार्डवेयर किट की कीमत लगभग 33,000 रुपये हो सकती है, हालांकि फाइनल प्राइसिंग का अभी इंतजार है।
Starlink के कनेक्शन के लिए जो हार्डवेयर चाहिए- जिसमें डिश और राउटर शामिल हैं- उसे भारत में Airtel और Jio जैसे टेलीकॉम दिग्गजों के साथ पार्टनरशिप के जरिए डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा। इन कंपनियों ने SpaceX के साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर-शेयरिंग एग्रीमेंट्स साइन किए हैं ताकि सर्विस को इंडियन यूजर्स तक पहुंचाया जा सके।
Starlink एक मेजर टेक्नोलॉजी अपग्रेड पर भी काम कर रहा है जो इंटरनेट स्पीड को काफी बढ़ा सकता है। इंटरनेट पर आई कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, Starlink के नेक्स्ट-जेनरेशन सैटेलाइट्स- जिसके 2026 से लॉन्च होने की उम्मीद है- हर सैटेलाइट से 1,000 Gbps से ज्यादा की कैपेसिटी देने के लिए डिजाइन किए गए हैं। ये अपग्रेड्स डाउनलोड स्पीड को मौजूदा स्तर से 10 गुना तक बढ़ा सकते हैं, जिससे सर्विस लो-कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में और भी ज्यादा उपयोगी बन जाएगी।
फिलहाल, यूजर कैप और हार्डवेयर की ऊंची कीमतों के कारण Starlink का मेनस्ट्रीम इंटरनेट प्रोवाइडर्स पर खास असर नहीं पड़ेगा। लेकिन ग्रामीण भारत में, जहां विकल्प सीमित हैं, यह एक महत्वपूर्ण लाइफलाइन बन सकता है।
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