भारत के दौरे पर हैं ChatGPT के मालिक, देश की इन खास टेक्नोलॉजी की सराहना
OpenAI के चीफ एग्जिक्यूटिव सैम ऑल्टमैन ने भारत का दौरा किया। इस दौरे के दौरान जनरेटिव एआई को लेकर कई बात कही। इसके साथ ही उन्होंने भारत की टेक्नोलॉजी जैसे-आधार और Upi की भी तारीफ की। आइये इसके बारे में जानते हैं।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। OpenAI के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर भारत के दौरे पर जहां उन्होंने दिल्ली में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान जनरेटिव AI को लेकर कुछ बात कही। बता दें कि ऑल्टमैन ने OpenAI को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में छोटे स्टार्टअप को रेगुलेट करने के खिलाफ बताया।
सैम ऑल्टमैन ने नई दिल्ली में बुधवार (7 जून) को द इकोनॉमिक टाइम्स के साथ अपनी बातचीत के दौरान - जेनेरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आसपास निवेशकों के उन्माद से लेकर बड़े पैमाने पर बेरोजगारी की आशंकाओं तक के विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर बात की, जो प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए नेतृत्व कर सकते हैं।
किससे हो रही थी बातचीत?
सैम टाइम्स इंटरनेट के वाइस चेयरमैन सत्यन गजवानी से चर्चा कर रहे थे। इस कार्यक्रम में 200 से अधिक लोग उपस्थित थे, जिनमें देश भर से टॉप इंटरनेट फर्मों के संस्थापक, निवेश कोष और सरकारी अधिकारी शामिल थे।
किन लोगों से मिलने की है योजना
अपनी भारत यात्रा के दौरान अल्टमैन के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर से भी मिलने की उम्मीद है।
नौकरियों के लिए बनेगा खतरा
ऑल्टमैन इस बात से सहमत थे कि एआई अपनाने से शायद सबसे बड़ा डर नौकरी के नुकसान का है, जो कि सभी क्षेत्रों में होगा। दो पीढ़ियों में, हम किसी भी प्रकार के श्रम बाजार में बदलाव के लिए अनुकूल होते हैं, और हम नई नौकरियां देखते हैं, जो आम तौर पर बेहतर होती हैं। यहां भी यही होने वाला है। कुछ नौकरियां जाने वाली हैं। लेकिन नए, बेहतर रोजगार होंगे जिनकी कल्पना करना मुश्किल है।
सैम ने कहा कि मुझे लगता है कि इसके लिए सामाजिक-आर्थिक कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव की जरूरत होगी और साथ ही इसका भी प्रभाव होगा कि किस तरह से सरकारें इस बारे में सोचती हैं।
एआई को विनियमित करने के जरूरी है ये कदम
गाइडलाइन्स पर बहस करने वाले देशों के साथ एआई को विनियमित करना भी दुनिया भर में सबसे बड़ी चिंताओं में से एक रहा है। एआई में नैतिक दिशानिर्देशों पर एक सवाल का जवाब देते हुए, ओपनएआई प्रमुख ने कहा कि वे ओपनएआई के फैसले नहीं हैं। यह दुनिया का लोकतंत्रीकरण करने के लिए है। ऐसी परियोजनाओं में हमारी हालिया फंडिंग इसे सक्षम करने में मदद करने के लिए है। मुझे लगता है कि दुनिया को एक साथ आना चाहिए। यह एक अस्तित्वगत जोखिम है। यदि सरकारें ऐसा नहीं कर सकती हैं, तो हम कंपनियों से ऐसा करने के लिए कहेंगे।
ChatGPT5 के लिए नहीं दी कोई टाइमलाइन
Altman ने GPT5 के लॉन्च पर कोई टाइमलाइन नहीं दी, यह कहते हुए कि अभी भी बहुत शोध की आवश्यकता है। OpenAI के सीईओ ने इस बात से इंकार किया कि AI का उपयोग क्रिएटिविटी को प्रभावित करेगा। मानव रचनात्मकता कहीं नहीं जा रही है, लेकिन उम्मीदें बढ़ने वाली हैं।
भारत और चैटजीपीटी
Altman ने कहा कि भारत में ChatGPT को अपनाने की दर बहुत अधिक है। भारत ने वास्तव में चैटजीपीटी को अपनाया है। यूजर्स के बीच बहुत जल्दी इसे अपनाने को लेकरउत्साह रहा है और हम बहुत खुश हैं।
भारत के तकनीकी की सराहना
सैम ने भारतीय तकनीकी जैसे यूपीआई, आधार और इंडिया स्टैक के निर्माण में भारत के प्रयासों की भी प्रशंसा की।
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