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BSNL और Airtel के ब्रॉडबैंड पर भारी पड़ेगा Jio GigaFiber, जानें 5 वजह

रिलायंस जियो गीगाफाइबर सेवा की घोषणा होते ही अन्य ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है

By Harshit HarshEdited By: Published: Mon, 09 Jul 2018 05:58 PM (IST)Updated: Tue, 10 Jul 2018 09:16 AM (IST)
BSNL और Airtel के ब्रॉडबैंड पर भारी पड़ेगा Jio GigaFiber, जानें 5 वजह
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। रिलायंस जियो की वार्षिक एजीएम मीटिंग में जियो गीगाफाइबर की घोषणा की गई। कंपनी के दावे के मुताबिक Jio GigaFiber हाई स्पीड ब्रॉडबैंड सेवा, बीएसएनएल और भारती एयरटेल की ब्रॉडबैंड सेवा से कई मायनों में बेहतर होगा। Jio GigaFiber की औपचारिक घोषणा करते समय रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा,  'भारत का फिक्स्ड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी में 134वां स्थान है। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह देश का खराब फिक्स्ड लाइन इंफ्रास्ट्रक्चर है। जियो ने इस फाइबर ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के लिए 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है। जियो का लक्ष्य भारत को ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के क्षेत्र में टॉप 5 देशों में शामिल करना है।'
 
आइए जानते हैं वो कौन से 5 कारण हैं जिसकी वजह से कंपनी इसे अन्य कंपनियों के ब्रॉडबैंड से बेहतर बता रही है।
 
वर्तमान ब्रॉडबैंड स्थिति
 
देशभर में ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करने वाली कंपनियां कोएक्सियल केबल का इस्तेमाल करती हैं, जिससे डाटा के नुकसान होने का खतरा बना रहता है। दूरसंचार कंपनियां ऑप्टिकल फाइबर का इस्तेमाल करती हैं और आपके नजदीकी क्षेत्र में इसे इंस्टॉल करती हैं। वहां से आपके घर तक कॉपर के केबल के जरिए ही कनेक्शन पहुंचाती हैं, जिससे डाटा लॉस होता है और यूजर्स को स्लो इंटरनेट स्पीड का सामना करना पड़ता है। 
 
फाइबर टू द होम (FTTH)
 
कंपनी के दावे के मुताबिक, Jio GigaFiber अन्य कंपनियों के ब्रॉडबैंड सेवा से काफी अलग होगा। जियो के गीगाफाइबर में कंपनी ऑप्टिकल फाइबर के जरिए लोगों के घरों में ही सिस्टम इंस्टॉल करेगी, जिससे डाटा लॉस नहीं होगा और यूजर्स को हाई -स्पीड इंटरनेट का आनंद मिलेगा। कंपनी ने इसे फाइबर टू द होम (FTTH) सेवा का नाम दिया है।
 
1,100 शहरों में एक साथ होगा लॉन्च
 
Jio GigaFiber को देशभर के 1,100 शहरों में एक साथ लॉन्च किया जाएगा। जिसका सीधा असर बीएसएनएल की ब्रॉडबैंड सेवा पर पड़ेगा। बीएसएनएल जहां यूजर्स को 50 Mbps की स्पीड से डाटा प्रदान करती है वहीं जियो गीगाफाइबर यूजर्स को 100 Mbps की स्पीड से डाटा उपलब्ध कराएगी। जियो गीगा फाइबर की बुकिंग 15 अगस्त से शुरू हो जाएगी, जिसके बाद रजिस्ट्रेशन के आधार पर सेवा भी चालू की जाएगी।
 
एयरटेल V-फाइबर सेवा पर पड़ेगा असर
 
भारती एयरटेल भी यूजर्स को ऑप्टिकल के जरिए ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान करता है। एयरटेल की यह सेवा फिलहाल बड़े शहरों और महानगरों तक ही सीमित है। हालांकि, एयरटेल यूजर्स को 100 Mbps की स्पीड से डाटा प्रदान कर रहा है लेकिन जियो गीगाफाइबर के आने से इसके व्यवसाय पर भी असर पड़ेगा।
 
अन्य कंपनियों को भी उठाना पड़ सकता है नुकसान
 
बीएसएनएल और एयरटेल के अलावा वोडाफोन यू-ब्रॉडबैंड, एसीटी फाइबर समेत अन्य ब्रॉडबैंड सेवा प्रदान कंपनियों को भी जियो गीगाफाइबर की वजह से नुकसान उठाना पड़ सकता है। जिस तरह से जियो ने टेलिकॉम सेक्टर में उतरते ही एयरसेल और रिलायंस कम्युनिकेशन्स जैसी कंपनियां बंद हो गई, माना जा रहा है कि छोटी कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
 

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