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    6G सर्विस में बजेगा भारत का डंका! सरकार ने कर ली तगड़ी प्लानिंग, यूजर्स की होगी बल्ले-बल्ले

    इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 (IMC 2024) का आगाज हो गया है। इसका उद्धाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। सेमिनार का आठवां संस्करण दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में बोलते हुए टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा भारत 6G में सबसे शक्तिशाली देश बनना चाहता है। सिंधिया ने साफ किया कि सेटेलाइट स्पेक्ट्रम किसी को मुफ्त में नहीं दिया जाएगा।

    By Yogesh Singh Edited By: Yogesh Singh Updated: Tue, 15 Oct 2024 08:13 PM (IST)
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    हम चाहते हैं कि भारत 6G सेवा से जुड़े अधिक से अधिक पेटेंट फाइलिंग करे- सिंधिया

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अब देश को टेलीकॉम सर्विस की जगह टेलीकॉम प्रोडक्ट व उपकरणों के निर्माता के रूप में पहचान दिलाने की तैयारी है। इस दिशा में सभी राज्यों के साथ और सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत की जा रही है। टेलीकॉम सेक्टर से जुड़े उत्पादों के साथ सेमीकंडक्टर निर्माण में भी दुनिया में अग्रणी भूमिका निभाने पर तेजी से काम चल रहा है।

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    6G को लेकर भारत की प्लानिंग

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), मशीन लर्निंग (एमएल) जैसे सेक्टर में भारत की ताकत व ज्ञान का मौद्रिकीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 6G सेवा के विकास भी भारत दुनिया का नेतृत्व करना चाहता है। इसलिए हम चाहते हैं कि भारत 6G सेवा से जुड़े अधिक से अधिक पेटेंट फाइलिंग करे और इस दिशा में कंपनी से लेकर स्टार्टअप और शैक्षणिक संस्थाएं काम कर रहे हैं। सिंधिया ने साफ किया कि सेटेलाइट स्पेक्ट्रम किसी को मुफ्त में नहीं दिया जाएगा।

    TRAI करेगा फॉर्मूला तैयार

    इसकी कीमत तय करने के लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) फार्मूला तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि टेलीकॉम एक्ट में सेटेलाइट स्पेक्ट्रम के आवंटन के तरीके के हिसाब से ही काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया में कहीं भी सेटेलाइट स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं होती है। एयरटेल के प्रमुख सुनील भारती मित्तल ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस के अपने संबोधन में सेटेलाइट स्पेक्ट्रम की नीलामी करने की मांग की थी।

    टेलीकॉम नेटवर्क में इजाफा

    सिंधिया ने बताया कि पिछले 10 सालों में टेलीकॉम नेटवर्क में 1400 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। वॉयस कॉल और इंटरनेट सेवा की दरों में 95 प्रतिशत की गिरावट आई है। 4जी से 5जी सेवा के चरण में जाने के लिए 4.26 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। सिंधिया ने बताया कि वैश्विक दूरसंचार मानकीकरण के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स के प्रस्ताव मंगाए जाएंगे। फिर उन प्रस्तावों की जांच होगी और फिर वैश्विक मानक तय होंगे।

    उन्होंने बताया कि भारत ने 10 इंटेलिजेंट गांवों को चुना है जहां स्वास्थ्य, शिक्षा, सरकारी सेवा के लिए 5जी का इस्तेमाल किया जाएगा और फिर इसके प्रभाव को दुनिया के सामने रोल-माडल के रूप में पेश किया जाएगा। मंगलवार को वैश्विक दूरसंचार मानकीकरण कार्यक्रम (डब्ल्यूटीएसए) के संबोधन में संचार मंत्री ने कहा कि पहले फोन या मोबाइल दूरभाष का काम करता था, अब यह दिलों को जोड़ने का साधन बन गया है। जैसे ही किसी के पास मोबाइल फोन आता है, वह बैंकिंग, वेलफेयर स्कीम और सभी आवश्यक सूचनाओं से जुड़ जाता है, वह पूरी दुनिया से जुड़ जाता है।

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